डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिया इस्तीफा, सीएम केजरीवाल ने किया मंजूर

Tuesday, Feb 28, 2023 - 06:50 PM (IST)

नेशनल डेस्कः दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सिसोदिया के साथ तिहाड़ जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र दोनों भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार को सीबीआई ने दिल्ली शराब घोटाले मामलें में गिरफ्तार किया था। दिल्ली के डिप्टी सीएम सीबीआई की पांच दिन की रिमांड पर हैं। वहीं, जेल मंत्री सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने पिछले साल गिरफ्तार किया था। जिसके बाद भाजपा लगातार आम आदमी पार्टी पर इस्तीफा लेने के लिए दवाब बना रही थी। 

सिसोदिया पर क्या हैं आरोप
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद आबकारी विभाग का जिम्मा सौंपा गया था। सिसोदिया को आबकारी विभाग मिलने के बाद दिल्ली में नई शराब नीति लाने का ऐलान किया गया। सूत्रों ने बताया कि जांच से बचने के लिए मनीष सिसोदिया ने कई दर्जन फोन बदले। सिम बदले। इतना ही नहीं तीसरी पार्टी के जरिए ईमेल भी किए गए। सीबीआई को कई महीनों की छापेमारी के बाद कुछ ठोस सबूत और अहम सुराग हाथ लगे। जिसके आधार पर सीबीआई ने सिसोदिया का नाम चार्जशीट में डाला। पहली चार्जशीट में सीबीआई ने विजय नायर समेत कई अन्य को आरोपी बनाया था और जांच को खुला रखा। बाद में मनीष सिसोदिया का नाम चार्जशीट में जोड़ा गया। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन सिसोदिया ने सीबीआई से बजट पेश करने का वक्त मांगा था। सीबीआई ने सिसोदिया के अनुरोध स्वीकार तो कर लिया लेकिन एक हफ्ते बाद यानी 26 फरवरी को फिर पूछताछ के लिए बुला लिया।

सीबीआई ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से 26 फरवरी को करीब 8 घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई सिसोदिया के जवाबों से संतुष्ट नहीं हुई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने अंदेशा लगाया था कि सिसोदिया को रविवार को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर पहुंचने से पहले राजघाट जाकर महात्मा गांधी को याद किया और फिर रोड शो करते हुए सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। मनीष सिसोदिया के समर्थन में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सीबीआई सरकार के दबाव में काम कर रही है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को अगले दिन यानी सोमवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया और पांच दिन की रिमांड की मांग की। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सिसोदिया को पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया।
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क्या थी नई शराब नीति
दिल्ली में साल 2021 में नई शराब नीति लाई गई। इस नीति में बड़े बदलाव किए गए थे। जानकारी के मुताबिक, नई शराब नीति में कमीशन को बढ़ाकर सीधे 12 प्रतिशत कर दिया गया था। पुरानी शराब नीति में लाइसेंस की व्यवस्था थी। शराब बनाने वाली कंपनियां दुकानें नहीं खोल सकती थीं। लेकिन नई शराब नीति में ऐसा कुछ नहीं था। नई शराब नीति में शराब बनाने वाली कंपनियां बड़े पैमाने पर दिल्ली में सीधे शराब की दुकानें खोल सकती थीं। इसके लिए दिल्ली सरकार ने बड़े पैमाने पर लाइसेंस जारी किए। इतना ही नहीं दिल्ली सरकार ने शराब की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए 25 फीसदी तक की छूट देने का ऐलान किया।

भाजपा ने लगाए थे आरोप
नई शराब नीति में भाजपा ने आरोप लगाय था कि इसके जरिए केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार कर रही है और दिल्ली की जनता को शराबी बनाने का प्रयास कर रही है। इतना ही नहीं भाजपा ने आरोप लगाया कि नई शराब नीति के जरिए आम आदमी पार्टी चुनावों के लिए चंदा इकट्ठा कर रही है। भाजपा के इन आरोपों पर एलजी वीके सक्सेना ने जांच बैठा दी और मामला सीबीआई तक जा पहुंचा। मामला सीबीआई में जाने के कुछ दिन बाद ही नई शराब नीति को वापस लेने का निर्णय किया गया और फिर से पूरानी शराब नीति लागू कर दी गई। इस पर भाजपा ने फिर सवाल खड़ा किया कि अगर नई शराब नीति इतनी अच्छी थी तो वापस क्यों ली गई।   

 

 

Yaspal

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