नैकां के राज्यपाल शासन मांग पर भडक़े डिप्टी सीएम: कहा स्थिति से निपटने में सरकार है सक्षम

Monday, Apr 17, 2017 - 10:19 PM (IST)

जम्मू: नैशनल कान्फ्रेंस द्वारा रियासत में राष्ट्रपति शासन की मांग करने का डिप्टी सीएम डा निर्मल सिंह ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा-पीडीपी सरकार जम्मू कश्मीर में उपजी तनाव की स्थिति से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है और जल्द ही स्थिति पर काबू पाया जाएगा। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर जीत के फौरन बाद जो गर्वनर रूल की मांग की है वो जायजं नहीं है।

कश्मीर घाटी में उपजी तनावपूर्ण स्थिति के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराते हुए डा सिंह ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार इससे नपटने की पूरी कोशिश कर रही हैं और इस्लामाबाद अपने इरादों में कभी भी कामयाब नहीं हो पाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि हम कश्मीर में हालात सुधारने के लिए अपनी हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे जांबाज सैनिक अपना बेस्ट दे रहे हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि जल्द ही हालात सामान्य होंगे। यह सब पाकिस्तान का किया है, पर उसे उसके इरादों में कामयाबी कभी नहीं मिलेगी।

फारूक ने की है गर्वनर रूल की मांग
जम्मू कश्मीर में जैसे ही उपचुनाव के परिणाम घोषित हुए नैकां प्रधान और श्रीनगर सीट से विजयी हुए फारूक अब्दुल्ला ने रियासत में गर्वनर रूल की मांग क डाली। फारूक ने कहा, मैं भारत के राष्ट्रपति और भारत सरकार से मांग करता हूं कि जम्मू कश्मीर सरकार को भंग कर रियासत में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अनंतनाग सीट के लिए होने वाले उप-चुनाव भी राष्ट्रपति शासन में करवाएं जाएं। इस सीट पर 25 मई को चुनाव होना है।

पाक और हुरिर्यत से हो बात
फारूक ने कहा कि जम्मू कश्मीर में स्थिति बहुत खराब है। कश्मीर में हालातों को सुधारने के लिए बहुत जरूरी है कि पाकिस्तान और हुरिर्यत एवं अलगाववादियों से बात हो। उन्होंने कहा कि जब तक हित्तधारकों से बात नहीं होगी, स्थिति सुधर नहीं सकती है। युद्ध को विकल्प नहीं है। अतीत में कई युद्ध हुए पर परिणाम कुछ नहीं निकला। ऐसे में बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।

 

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