लद्दाख में ‘ओपन कारगिल-स्कर्दू मार्ग’ आंदोलन शुरु

Saturday, Feb 02, 2019 - 01:01 PM (IST)

श्रीनगर : लद्दाख क्षेत्र में ‘ओपन कारगिल-स्कर्दू मार्ग’ आंदोलन के हिस्से के रुप में  हजारों लोगों ने कारगिल में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कारगिल और स्कर्दू के बीच के मार्ग को फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार कारगिल शहर में शुक्रवार को जुमा नमाज के बाद अध्यक्ष अंजुमन जमियत उलामा इसना अशरिया कारगिल  (ए.जी.यू.आई.ए.के.) शेख नजीर मेहदी मोहम्मदी के नेतृत्व में मुख्य प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन में अन्य मौलवियों, सामाजिक और राजनीतिक कार्याकत्र्ताओं ने भी भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने अंजुमन जमियत उलामा कार्यालय से खुमानी चौक के माध्यम से लालचौक तक रैली निकाली। ए.जी.यू.आई.ए.के. ने लोगों से आंदोलन का समर्थन करने की अपील की। 


शेख नजीर ने कहा कि लगभग 12 हजार से 15 हजार परिवार सडक़ के बंद होने के कारण विभाजित रहते हैं। उन्होने भारत सरकार से मानवीय आधार पर कारगिल-स्कर्दू और टर्टुक-खापुलो मार्गों को खोलने की अपील की। वर्ष 1994 में सांसद में पारित प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यदि भारत गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना अभिन्न अंग मानता है तो उन्हें गिलगित-बाल्टिस्तान और लद्दाख के लोगों की दुर्दशा पर भी विचार करना चाहिए। परिवारों को 1947 में एक रात में विभाजित किया गया था और फिर से 1971 में हुनडरमो, बडगाम त्यागी और चोलुन्खा जैसे अधिक गांव भारत में आए और अधिक परिवार विभाजित हो गए। 


शेख नजीर ने कहा कि इनमें से कई परिवारों के सदस्य इस उम्मीद में मर गए कि वह अपने प्रियजनों से मिलेंगे। नई दिल्ली को पाकिस्तान के साथ मामला उठाना चाहिए क्योंकि वे पहले ही कह चुके हैं कि इस मार्ग को खोलने के लिए तैयार हैं। इस दौरान इसी तरह के विरोध प्रदर्शन लद्दाक के द्रास इलाके में भी किए गए जहां लोगों ने पारंपरिक मार्ग खोलने की मांग की।

उमर, महबूबा और मीरवायज ने दिया समर्थन
 पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कांफ्रैंस (नैकां) उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला तथा पूर्व मुख्यमंत्री और पी.डी.पी. अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के साथ साथ हुरियत कांफ्रैंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक ने भी कारगिल-स्कर्दू मार्ग को फिर से खोलने का समर्थन किया। उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू.कश्मीर की यात्रा के दौरान नियंत्रण रेखा से लगे हुए करगिल.स्कर्दु मार्ग खोलने की घोषणा करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री का बयान  करगिल के लोगों द्वारा किए गए एक प्रदर्शन के बाद आया है। प्रदर्शन कर रहे लोग सडक़ को खोलने की मांग कर रहे थे। अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि करगिल-स्कर्दु मार्ग को खोलने की मांग के समर्थन में हजारों लोगों ने मार्च किया। नेशनल कांफ्रेंस इस मांग का समर्थन करती है और उम्मीद जताती है कि प्रधानमंत्री राज्य की अगली यात्रा के दौरान यह महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे।


वहीं, पी.डी.पी. अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कारगिल-स्कर्दू मार्ग के साथ साथ जम्मू.कश्मीर के आसपास के इलाकों से लगने वाले सभी पारंपरिक मार्गों को खोलने की मांग की।
महबूबा ने ट्वीट किया कि उनकी पार्टी ने स्व-शासन के माध्यम से न केवल कारगिल-स्कर्दू मार्ग बल्कि अन्य मार्गों पर भी विचार किया है। कारगिल-स्कर्दू जैसे मार्ग खुलने से जम्मू कश्मीर को दुनिया के लिए खोलने के अलावा सीमाओं से परे शांति का कारण बनेगा। 


इस दौरान हुरियत (एम) प्रमुख मीरवायज ने कारगिल-स्कर्दू मार्ग को फिर से खोलने की मांग को लेकर कारगिल के निवासियों का समर्थन किया। ट्वीटर पर एक बयान में मीरवायज ने कहा कि मार्ग को खोला जाना चाहिए ताकि लोगों को कठोर सर्दियों में आवश्यक वस्तुओं तक पहुंच प्राप्त हो और वह अपने धार्मिक स्थानों का दौरा कर सके। 

Monika Jamwal

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