बिना हेल्मेट और तेज रफ्तार से शादी में जाने के लिए निकले 3 नाबालिग, घर पहुंचीं डेड बॉडी

Monday, Dec 02, 2019 - 04:05 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली गेट के पास एक स्कूटर खंभे से टकरा गया, जिससे उस पर सवार तीन नाबालिगों की मौत हो गई। तीनों ने हेलमेट नहीं पहनी थी। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान मोहम्मद साद (14), ओसामा मलिक (17) और हमजा मलिक (15) के तौर पर हुई है। तीनों नाबालिग तुर्कमान गेट के पास अपने परिवार के साथ रहते थे। हमजा और साद चचेरे भाई थे और निजामुद्दीन के एक निजी विद्यालय में पढ़ते थे जबकि ओसामा उनका दोस्त था जो दिल्ली गेट के पास एक मदरसे में पढ़ता था। तीनों लड़के तुर्कमान गेट के पास एक शादी समारोह में आए थे।

पुलिस के अनुसार दुर्घटना शनिवार की रात को हुई। तीनों नाबालिगों ने हेलमेट नहीं पहना था और काफी तेज गति से स्कूटर चला रहे थे। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों के सिर में चोट लगी थी और नजदीकी अस्पताल ले जाते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि खंभे से टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कूटर घटनास्थल से 25 फुट दूर जा गिरा, जबकि शव खंभे के पास ही मिले। पुलिस उपायुक्त (मध्य) मनदीप सिंह रंधावा ने कहा, “ हमें रात 11:34 बजे किसी राहगीर ने हादसे की जानकारी दी। चार मिनट के भीतर पीसीआर घटनास्थल पर पहुंच गई। घायलों को तुरंत एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया।''

परिजनों पर हो सकता है केस
नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अब स्कूटर के असली मालिक के ऊपर भी केस चल सकता है। नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नाबालिगों के द्वारा गाड़ी चलाने के अपराध में संरक्षक और गाड़ी के मालिक पर भी केस चलाया जा सकता है। पुलिस को संदेह है कि स्कूटर हमजा चला रहा था। स्कूटर हमजा के दादा आदिल मलिक के नाम पर पंजीकृत है।

मृतकों के परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोप
मृतकों के परिजन ने आरोप लगाए कि लड़कों के पास हेलमेट और लाइसेंस नहीं होने के कारण पुलिस की गाड़ी उनका पीछा कर रही थी। हालांकि पुलिस ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि क्षेत्र की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बाद यह पता चला है कि वहां कोई पुलिस वाहन नहीं था। एफएसएल टीम की जांच में भी यह साफ हुआ है कि मोटरसाइकिल पर किसी वाहन से टक्कर लगने के कोई निशान नहीं मिले हैं।

हमजा के पिता मोहम्मद जावेद (44) ने कहा कि हमजा ने कहा कि उसे अपने दोस्तों के साथ एक शादी समारोह में जाना है। वह रात 10:45 बजे घर से निकला और उसने कहा था कि वह एक घंटे में वापस आ जाएगा। उन्होंने कहा, “जब मैंने रात साढ़े 11 बजे उसे फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। मुझे चिंता हो रही थी तो मैंने साद को फोन किया लेकिन उसका फोन बंद था। बाद में आधी रात को हमें फोन पर हादसे की सूचना मिली और हम अस्पताल भागे।

Seema Sharma

Advertising