Nupur Sharma को मिली जान से मारने की धमकी, दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की FIR

Monday, Jun 06, 2022 - 10:04 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए धमकियां मिलने की शिकायतों पर प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने प्राथमिकी के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।'' उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्मस्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 506 (आपराधिक धमकी), 507 (गुमनाम संचार द्वारा आपराधिक धमकी), 509 (शब्द, हावभाव या कार्य, जिसका उद्देश्य किसी महिला की गरिमा का अपमान करना है) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुलिस ने बताया कि शर्मा की ओर से 28 मई को साइबर सेल इकाई में विभिन्न व्यक्तियों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने के संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस शिकायत पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की उक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘शत्रुता को बढ़ावा देने के संबंध में कुछ व्यक्तियों के खिलाफ एक और शिकायत शर्मा की ओर से प्राप्त हुई थी। शिकायत की जांच के बाद, इस मामले में आईपीसी की धारा 153 ए जोड़ा गया था। ट्विटर इंक को नोटिस भेजे गए हैं और उसके जवाब की प्रतीक्षा है। मामले में जांच चल रही है।''

भाजपा ने रविवार को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपूर शर्मा को निलंबित कर दिया था और दिल्ली के अपने मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया था, क्योंकि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर कुछ मुस्लिम देशों की ओर से कड़ी आपत्ति जताए जाने के बाद से विरोध बढ़ गया था। मुस्लिम संगठनों के प्रदर्शनों और कुवैत, कतर व ईरान जैसे देशों की तीखी प्रतिक्रिया के बीच भाजपा ने एक बयान जारी कर कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों के अपमान की कड़ी निंदा करती है।

लगभग 10 दिन पहले टीवी पर एक बहस में नुपूर शर्मा की टिप्पणियों और जिंदल के आपत्तिजनक ट्वीट के बाद ट्विटर पर एक अभियान चलाकर कुछ देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया गया था। कार्रवाई के बाद नुपूर शर्मा ने बिना शर्त टीवी बहस में दिए गए अपने विवादास्पद बयान को वापस ले लिया था और दावा किया था कि उनकी टिप्पणी ‘‘उनके अराध्य महादेव के निरंतर अपमान और तिरस्कार'' की प्रतिक्रिया में आई थी।

भाजपा की अनुशासन समिति की ओर से नुपूर शर्मा को भेजे गए एक पत्र में कहा गया है कि उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं, जो स्पष्ट रूप से उसके संविधान का उल्लंघन है। इसमें कहा गया है, ‘‘आगे की जांच के लिए आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से और आपको सौंपी गई जिम्मेदारियों से निलंबित किया जाता है।''

Yaspal

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