दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट, सरबजीत पर पहले भी दर्ज हो चुका है मारपीट का मामला

Tuesday, Jun 18, 2019 - 05:52 PM (IST)

नई दिल्ली: मुखर्जी नगर मामले में दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है, इस रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस ने पूरी घटना को सिलसिलेवार तरीके से बताया है। ये घटना क्यों और किन परिस्थितियों में हुई इसकी जानकारी भी दी गई। साथ ही इस मामले कौन पुलिसकर्मियों दोषी है और किन-किन को ससपेंड किया है, उसका जिक्र किया गया है।


इससे पहले जांच में पुलिस को ग्रामीण सेवा के टैम्पो चालक सरबजीत के खिलाफ कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। पुलिस ने गृह मंत्रालय को जो रिपोर्ट सौंपी है उसके अनुसार सरबजीत के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं। सरबजीत के खिलाफ वर्ष 2006 में, वर्ष 2011 में, वर्ष 2013 में भी आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। सरबजीत के खिलाफ ये मामले दिल्ली के तिमारपुर थाने में दर्ज हुए थे। मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट द्वारा उसे न्यायायिक हिरासत में भी भेजा जा चुका है।


दर्ज हुई थी क्रॉस एफआईआर  

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले में सोमवार को सरबजीत सिंह और घायल एएसआई संजय मालिक की शिकायत पर क्रॉस एफआईआर दर्ज हो गई थी। दोनों का मेडिकल कराया गया, जिसमें सरबजीत के लाठियों के कई निशान थे। जबकि संजय मालिक के सिर आदी पर कृपाण का निशान था। पुलिस ने सरबजीत से वारदात में इस्तेमाल कृपाण को जब्त कर लिया था। जबकि कई चश्मदीदों को गवाह बनाने की कोशिश की जा रही थी। 



पुलिस का दावा, टक्कर मारी और सरबजीत ने की अभद्रता

मुखर्जी नगर थाने में एएसआई योगराज और सिपाही महेश तैनात थे। दोनों पुलिस की जिप्सी में सवार होकर गश्त पर निकले थे। उस दौरान सिपाही महेश जिप्सी चला रहा था। पुलिस के बयानों के मुताबिक अचानक एक ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत ने जिप्सी में टक्कर मार दी। एएसआई योगराज ने इसका विरोध किया। योगराज और सरबजीत में कुछ मिनटों तक हुई बहस के बाद सरबजीत ने योगराज पर कृपाण से हमला कर दिया। जब सिपाही महेश ने बीच बचाव करने की कोशिश की तभी सरबजीत के नाबालिग बेटे ने महेश को ग्रमीण  सेवा से टक्कर मार दी। जिससे वह भी घायल हो गया। जब इस मामले की खबर मिलते ही अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे, तब आरोपी ने एएसआई की गिरेबान पकड़ रखी थी और वह लगातार उस पर हमला कर रहा था। उस दौरान पुलिस द्वारा ग्रमीण चालक की पिटाई का वीडियो किसी ने बनाकर वायरल कर दिया। पीड़ित पक्ष सहित सिख समुदाय के लोगों ने कहा है सरबजीत से जिप्सी पर सवार लोग रिश्वत मांग रहे थे।  

shukdev

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