हत्यारा पूर्व फौजी बना ‘घोस्ट’! न फोन, न पहचान, रचाई दूसरी शादी… 20 साल बाद हुआ गिरफ्तार
punjabkesari.in Tuesday, Apr 15, 2025 - 12:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने 20 साल से फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसने 1989 में अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। आरोपी कोई और नहीं बल्कि सेना का पूर्व जवान है जो सजा के ऐलान के बाद कोर्ट से मिली पैरोल का दुरुपयोग कर 2005 से फरार था।
क्या है पूरा मामला?
घटना करीब 36 साल पुरानी है। साल 1989 में अनिल कुमार तिवारी नाम के एक पूर्व फौजी ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद उसने सबूत छिपाने के इरादे से शव को आग के हवाले कर दिया और पुलिस को यह दिखाने की कोशिश की कि पत्नी ने आत्महत्या की है लेकिन पुलिस जांच में सच्चाई सामने आ गई और अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई।
पैरोल पर निकला, फिर कभी नहीं लौटा
2005 में कोर्ट ने उसे दो हफ्ते की पैरोल पर रिहा किया लेकिन अनिल जेल नहीं लौटा। तभी से वह फरार चल रहा था। दिल्ली पुलिस ने इस दौरान लगातार उसकी तलाश जारी रखी लेकिन वह हर बार बच निकलता रहा। उसने न केवल अपनी पहचान छिपाई बल्कि डिजिटल दुनिया से पूरी तरह कट गया – न मोबाइल, न बैंक ट्रांजैक्शन और न ही कोई सरकारी दस्तावेज़।
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कैसे हुई गिरफ्तारी?
क्राइम ब्रांच ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। मैन्युअल निगरानी और तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस को पता चला कि अनिल मध्य प्रदेश के सीधी जिले में अपने पैतृक गांव में छिपा हुआ है। 12 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने वहां छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
नई पहचान, नई ज़िंदगी
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अनिल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी पूरी पहचान बदल ली थी। वह लगातार ठिकाने बदलता रहा नकद में ही लेन-देन करता और किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूरी बनाए रखता था। इस दौरान उसने दूसरी शादी भी कर ली और अब उसके चार बच्चे हैं।
पुलिस की निगरानी और धैर्य ने दिलाई सफलता
वहीं डीसीपी (क्राइम) आदित्य गौतम ने बताया कि यह गिरफ्तारी बेहद चुनौतीपूर्ण थी। आरोपी की लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल था लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम ने लगातार निगरानी और खुफिया जानकारी के दम पर आरोपी को आखिरकार पकड़ ही लिया।