आंकड़ों में पढ़ें, दिल्ली की आधी से ज्यादा जनता करती है असुरक्षित महसूस

Thursday, Nov 24, 2016 - 12:17 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली के करीब 60 प्रतिशत लोग खुद को यहां असुरक्षित महसूस करते हैं और 64 प्रतिशत लोग सफर करते समय खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। वहीं मुंबई में यह आंकड़ा क्रमश: 29 और 31 है। एक गैर सरकारी संगठन (एनजीआे) द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में यह बात पता चली। प्रजा फाउंडेशन द्वारा जारी किए गए दिल्ली में पुलिस एवं कानून-व्यवस्था की स्थिति से जुड़े ‘श्वेतपत्र’ के अनुसार करीब 67 प्रतिशत लोगों को लगता है कि महिलाएं, बच्चे एवं वरिष्ठ नागरिक अपने खुद के इलाके में सुरक्षित नहीं है जबकि 25 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे किसी घटना के बाद पुलिस को सूचना नहीं देते। 


दिल्ली में रोज होते हैं 6 बलात्कार की घटनाएं
शहर में 2014 में बलात्कार के 2,075 मामले सामने आए थे जो 2015 में बढ़कर 2,338 हो गए। साथ ही सर्वेक्षण में बताया गया कि शहर में हर दिन बलात्कार की छह घटनाएं होती हैं। इसमें कहा गया कि 2015 में सामने आए बलात्कार के करीब 40 प्रतिशत मामलों में पीड़िता नाबालिग थी। जहां 2015 में दिल्ली पुलिस के खिलाफ 12,913 शिकायतें दर्ज की गयीं, वहीं केवल सात मामलों में पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए गए।


अपने ही इलाके में असुरक्षित दिल्लीवासी
सर्वेक्षण के अनुसार इस साल 1,057 पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई। 2015 में शहर में चोरी के कुल 13,577 मामले सामने आए। जहां दिल्ली के 67 प्रतिशत लोगों को लगता है कि महिलाएं, बच्चे एवं वरिष्ठ नागरिक अपने खुद के इलाके में सुरक्षित नहीं है, वहीं मुंबई में एेसे 33 प्रतिशत लोग थे जिन्होंने यह बात कही। इसमें कहा गया कि पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में करीब 75 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह अपने इलाके में महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित नहीं मानते।


29,950 घरों में हुआ सर्वेक्षण
एनजीआे द्वारा 29,950 घरों में सर्वेक्षण कर जमा किए गए आंकड़े के अनुसार करीब 25 प्रतिशत लोग जो पीड़ित रहे हैं, पुलिस से संपर्क नहीं करते क्योंकि उनका पुलिस या कानूनी व्यवस्था में विश्वास नहीं है, इसके उलट मुंबई में एेसे 13 प्रतिशत लोग थे जिन्होंने यह बात कही। पुलिस से शिकायत करने वाले लोगों में से 29 प्रतिशत ने पुलिस की प्रतिक्रिया पर संतोष जताया।

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