दिल्ली में ग्रीन पटाखों पर हटेगा बैन! मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जाएगी सुप्रीम कोर्ट
punjabkesari.in Tuesday, Oct 07, 2025 - 12:29 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्लीवासियों के लिए दिवाली से पहले बड़ी खबर आई है। दिल्ली सरकार राजधानी में ग्रीन पटाखों पर लगे प्रतिबंध को हटाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को बताया कि उनकी सरकार दिवाली पर प्रमाणित हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार कोर्ट के सामने लिखित रूप से अपना पक्ष रखेगी और जनभावनाओं व पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाने की दिशा में काम करेगी।
सुप्रीम कोर्ट जाएगी दिल्ली सरकार
सीएम रेखा गुप्ता ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा-“दिल्लीवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, दिल्ली सरकार माननीय सर्वोच्च न्यायालय से निवेदन करेगी कि इस दीपावली पर प्रमाणित ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति दी जाए। हमारा लक्ष्य है परंपराओं का सम्मान करते हुए प्रदूषण नियंत्रण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करना।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट को यह भरोसा दिलाएगी कि सभी नियमों और दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन किया जाएगा ताकि ‘खुशियों से जगमगाती, स्वच्छ और सुरक्षित दीपावली’ मनाई जा सके।
क्या हैं ‘ग्रीन पटाखे’?
ग्रीन पटाखे CSIR-NEERI (वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान) द्वारा विकसित किए गए हैं।
ये पटाखे बेरियम जैसे हानिकारक रसायनों से मुक्त होते हैं और धूल व गैसीय उत्सर्जन को कम करते हैं।
इनके तीन मुख्य प्रकार हैं:
- SWAS (Safe Water Releaser) – फूटते समय जलवाष्प छोड़ता है, जिससे हवा में धूल कम होती है।
- STAR (Safe Thermite Cracker) – पारंपरिक पटाखों से कम शोर करता है।
- SAFAL (Safe Minimal Aluminium) – एल्युमीनियम की जगह मैग्नीशियम का उपयोग कर प्रदूषण घटाता है।
ऐसे करें पहचान
- ग्रीन पटाखों पर CSIR-NEERI का लोगो और QR कोड होता है।
- इस कोड को स्कैन कर ग्राहक उत्सर्जन रिपोर्ट, लाइसेंस नंबर और संरचना की जानकारी देख सकते हैं।
- विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सड़क विक्रेताओं या बिना लाइसेंस दुकानों से पटाखे न खरीदें, क्योंकि कई बार पारंपरिक पटाखे “ग्रीन” के नाम पर बेचे जाते हैं।