दिल्ली में बढ़ा 'बाढ़ का खतरा', केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक
Sunday, Jul 29, 2018 - 08:57 AM (IST)
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद ने राजधानी में बाढ़ की आशंका को देखते हुए आपात बैठक की अध्यक्षता की और सभी संबंधित मंत्रालयों तथा विभागों को अलर्ट करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। हरियाणा द्वारा हथिनी कुंड बैराज से पांच लाख क्यूसेक पानी छोडऩे के बाद दिल्ली में बाढ़ की आशंका को देखते हुए केजरीवाल ने शनिवार को उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य एवं शहरी विकास मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ सभी संबंधित मंत्रालयों और विभागों की आपात बैठक की।
केजरीवाल और सिसोदिया ने की सभी मंत्रालयों की समीक्षा
बैठक की अध्यक्षता करते हुए केजरीवाल और सिसोदिया ने बाढ़ की आशंका के मद्देनजर सभी मंत्रालयों और विभागों की तैयारियों की समीक्षा की। सभी मंत्रालय और विभागों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आपात स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई दल पूरी तरह से सक्रिय हैं। केजरीवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपातकालीन नियंत्रण कक्ष नंबर 1077 के बारे में विज्ञापन के जरिए जानकारी दी जाए ताकि लोगों को इसके बारे में पता चल सके। बाढ़ की स्थिति में लोग इस नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Delhi CM Arvind Kejriwal chaired an emergency meeting with all stakeholder depts after Haryana released 5 lakh cusecs of water from Hathni Kund Barrage. River Yamuna is currently flowing at 205.30 metres, 47 cm above danger level. Water is likely to reach Delhi by Sunday evening. pic.twitter.com/89wlDSSTiJ
— ANI (@ANI) July 28, 2018
निचले इलाकों से लोगों को निकालने का काम शुरू
संबंधित एजेंसियों ने केजरीवाल को बताया कि निचले इलाकों से लोगों को निकालने का काम पहले ही शुरू किया जा सकता है। नदी क्षेत्र में स्थित कुछ गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। उनके लिए टेंट लगाने का काम किया जा रहा है। केजरीवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लोगों के लिए बिजली, भोजन और पेयजल सुनिश्चित किया जाए तथा उनकी देखरेख में कोई कसर नहीं रहनी चाहिए। बैठक में बाढ़ संभावित क्षेत्र के पार्षदों, मुख्य सचिव, दिल्ली पुलिस, शहरी विकास, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, सेना, PWD, नगर निगम, स्वास्थ्य, राजस्व, डीयूएसआईबी, डीडीएमए, डीजेबी और अन्य संबंधित मंत्रालय और विभागों ने हिस्सा लिया। हरियाणा का छोड़ा गया पानी रविवार शाम तक दिल्ली पहुंचने के अनुमान है।