अगर आपके पास भी आते हैं लकी ड्रॉ के लिए फोन तो हो जाएं सावधान

punjabkesari.in Wednesday, Jan 09, 2019 - 11:10 AM (IST)

नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो अलग-अलग राज्यों में रहने वाले छात्रों और लोगों को लकी ड्रॉ का विजेता बताकर सस्ते दामों में मोबाइल फोन देने का छलावा देकर ठगी का धंधा चला रहे थे। पुलिस ने फिलहाल गैंग के 3 लोगों को धर दबोचा। इनकी पहचान गांव सबोली दिल्ली निवासी संजय पांचाल (22), शाहदरा निवासी निखिल सोनी (21) और अशोक नगर निवासी कुणाल कुमार (18) के तौर पर हुई है। पुलिस का दावा है कि गैंग कॉल सेंटर में कई लोगों को कॉलिंग के लिए नियुक्त भी किया हुआ था। जबकि गैंग ने कई गांवों और शहरों में रहने वाले सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए ठगी की है। ये लोग मोबाइल बुक कराने के एवज में 4550 रुपए वसूलते थे, जिसके बदले नकली फोन, खाली पैकेट या फिर लक्ष्मी यंत्र घर भिजवा देते थे। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को ठगी के धंधे की जानकारी थी या वे सिर्फ नौकरी कर रहे थे।

भारतीय पोस्ट का बारकोड बरामद 
7 जनवरी को इस गैंग के बारे में प्रर्याप्त जानकारी जुटाने के बाद एसीपी पंकज सिंह की टीम ने वेस्ट ज्योति नगर शाहदरा में दबिश दी। जहां से इन तीन लोगों को पकड़ा गया। इनके कब्जे से 30 मोबाइल फोन, एक कंप्यूटर सेट, पीड़ितों के दस्तावेज व भारतीय पोस्ट का बारकोड बरामद किया गया। आरोपियों से पूछताछ के आधार पर अब पुलिस टीम उनके साथियों की धरपकड़ में लगी हुई है। आरोपियों में संजय पांचाल बीते एक साल से इस धंधे में था जबकि बाकी दो छह माह से लगे हुए थे। फोन जीतने का लालच देकर ये लोग बेहद आसानी से भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना देते थे। इनमें संजय डीयू से स्नातक है, जबकि बाकी दो आरोपी बारहवीं तक पढ़े हैं। 

ईमेल से मिली थी क्राइम ब्रांच को शिकायत
डीसीपी डॉ. जी रामगोपाल नाइक ने बताया कि पिछले महीने 22 तारीख को ईमेल के जरिए दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी। बाराबंकी,यूपी शिकायकर्ता ने बताया कि हाल में उसके पास एक कॉल आया,जबकि कॉलर ने कहा कि आपका मोबाइल नंबर लक्की ड्रॉ में निकला है। आप 100 लोगों में एक है,जिन्हें मोबाइल सस्ते दामों पर दिया जाएगा। छलावे में फंसकर पीड़ित ने पेमेंट कर दी,लेकिन कोई पार्सल नहीं आया। वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। छानबीन के दौरान इस गैंग के बारे में एएसआई जय प्रकाश को पता चला कि तीन लोग कॉल सेंटर की आढ़ में ये ठगी का धंधा चला रहे हैं। लोगों को फोन कर उनका नंबर लक्की ड्रॉ में निकल जाने की बात कह मोबाइल जीत जाने का लालच देते थे। फोन लेने के लिए पहले उसका आर्डर बुक किया जाता था, जिसकी रकम 4550 रुपए तय थी। यह आर्डर डाक  के जरिए घर भेजने की बात कही जाती थी और वहीं पर उनसे कैश लिया जाता। 


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Anil dev

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