Delhi Assembly Election: सट्टा बाजार में अब भी ‘आप’ आगे लेकिन BJP ने की बढ़त कम
Monday, Feb 03, 2020 - 10:19 AM (IST)
नई दिल्ली: शाहीन बाग प्रकरण, योगी और शाह के आम आदमी पार्टी (आप) पर पलटवार तथा मौजूदा बदलते समीकरण से सट्टा बाजार बदल गया है। रविवार को एक बार फिर नया भाव दिल्ली के चुनावी दंगल के लिए खुला। इस खुले भाव में ‘आप’ पहले की तरह अभी भी सरकार बना रही है लेकिन भाजपा की स्थिति पहले से मजबूत हुई है, वहीं कांग्रेस की भी हालत में सुधार आया है। सटोरियों के मुताबिक वोटों के लगातार हो रहे धु्रवीकरण के चलते कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ रहा है जिसके कारण भाजपा की हालत पहले से ज्यादा बेहतर हो सकती है। 12 जनवरी को जब सट्टा बाजार का भाव खुला था तो ‘आप’ फेवरेट थी और साफ था कि सटोरियों की निगाह में न सिर्फ ‘आप’ सरकार बना रही है बल्कि एक बार फिर वह 50 से ज्यादा सीटों के आंकड़े को पार करेगी, लेकिन 1 फरवरी को देर रात खुले भाव के बाद कुछ घंटे में लगे दाव ने ‘आप’ को फेवरेट से हटा दिया है और पार्टी सेशन में आ गई है। इसके बाद ‘आप’ को 42-47 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है, जबकि पहले 50 या 50 से ऊपर सीटें मिलने का अनुमान था। इसी तरह भाजपा का भाव जो पहले कम था, अब सटोरियों ने उसके भाव को इसलिए बढ़ाया है ताकि उस पर दाव ज्यादा लगे और बाजार में हो भी ऐसा ही रहा है। मौजूदा समय में सटोरिए भाजपा के तय सीटों के खोले गए भाव पर ज्यादा दाव खेल रहे हैं। मौजूदा समय में ‘आप’ फेवरेट से उतर कर सेशन में आई है जिसके बाद उसका दाव 58:60 के बीच हो गया है।
कांग्रेस की हालत में भी थोड़ा सुधार
बाजार में कांग्रेस को इस बार खुले भाव में 6 से 8 सीटें दी गई हैं, जबकि पूर्व में उसे केवल 3 सीटें दी जा रही थीं। उस दौरान भी सटोरियों ने इस पर दाव नहीं खेला, लेकिन बीते 24 घंटे में इस खुले भाव भी दाव लगाया गया है। बाजार के तहत वोटों का इस बार ध्रुवीकरण बेहद ज्यादा होगा जिसके चलते कुछ इलाकों में कांग्रेस सीटें निकाल सकती है।
भाजपा अब सेशन में
जैसे ही बाजार का भाव खुला तो 1 रुपए के बदले 5 रुपए थे तो रविवार शाम तक 1 के बदले 7 का आ गया जिसके बाद बाजार में भाजपा का भाव एकाएक गिरा दिया गया। मौजूदा समय में ‘आप’ की तरह ही भाजपा भी अब सेशन (जितनी राशि लगी हो उतनी ही वापस मिलेगी) में है जिसके तहत 55:60 का दाव उस पर लगाया जा रहा है। सटोरियों के मुताबिक अगर इसी तरह दाव लगते रहे तो साफ है कि भाजपा की हालत में लगातार सुधार होता जाएगा। यही नहीं, मुस्लिम वोटों का लगातार ध्रुवीकरण कांग्रेस को भी वोट प्रतिशत में मजबूत कर रहा है जिसके चलते वह भी कुछ सीटों पर मजबूत स्थिति में आ गई है।
ये हैं खुले रेट
- ‘आप’ सेशन में, 58:60 का दाव, 1 रुपया लगाने पर 3 रुपए का भाव, ‘आप’ को 42 से 47 सीटें, बाजार के तहत भाजपा भी सेशन में, 55:60 का दाव, 1 रुपया लगाने पर
- 7 रुपए का भाव, लेकिन सटोरियों ने बोली रोकी, अब भाव 1 के बदले 5 रुपए,
- भाजपा को सीटें 20 से ऊपर, कांग्रेस पर दाव 1 के बदले 8 का भाव, सीटें 6 के आसपास, सेशन नहीं। निर्दलीय पर इस बार कोई भाव नहीं है।