फारूक बोले, दिल्ली कश्मीर को एकतरफा रुप से हल नहीं कर सकती

Thursday, Mar 23, 2017 - 11:59 PM (IST)

श्रीनगर  : नैशनल कांफ्रैंस (नैकां) अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि केन्द्र कश्मीर मुद्दे को एकतरफा रुप से हल नहीं कर सकता और अलगववादियों सहित सभी हितधारकों से वार्ता की जरुरत है। गांदरबल जिला में नैकां और कांग्रेस की संयुक्त चुनाव बैठक को संबोधित करते हुए फारुक ने कहा कि मैं केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को याद दिलाना चाहता हूं कि कश्मीर में मुद्दों को नई दिल्ली द्वारा एकतरफा रुप से हल नही किया जा सकता है। हुरियत नेताओं को नजरबंद करके या हिरासत में लेकर किसी भी मुद्दे को हल करने के बजाय पहले से अस्थिर स्थिति को ज्यादा खराब हो जाएगी।


उन्होंने दावा किया कि अलगाववादी नेता पाकिस्तान दिवस समारोह में भाग लेने के लिए हमेशा की तरह दिल्ली में पाकिस्तान दूतावास जा रहे थे , लेकिन सरकार द्वारा उनको सलाखोंं के पीछे डालने से कश्मीर में गतिरोध को और बढ़ा देगा। अब्दुल्ला ने प्रतिद्वंद्वी पी.डी.पी. को निशाना बनाते हुए दावा किया कि वह नई दिल्ली में अपने आकाओं के इशारों पर अलगाववादी नेताओं पर अप्रत्याशित कार्रवाई कर रहे हैं।

नैकां अध्यक्ष जो श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव लड़ रहे हैं ने लोगों से राजनीतिक कपटियों के खिलाफ अपनी अस्वीकृति व्यक्त करने का आग्रह किया। फारुक ने कहा कि उन्होने पी.डी.पी. के बारे में 2014 संसदीय और विधानसभा चुनावों के दौरान पी.डी.पी. के भाजपा विरोधी कपटी अभियान के बावजूद संदेह व्यक्त किया था। पी.डी.पी. का भाजपा के साथ गठबंधन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि समय ने उनको सही साबित कर दिया और उनके स्टैंड की पुष्टि कर दी। उन्होंने मतदाताओं से सत्तारुढ़ पार्टी को सजा देने की अपील की।


पी.डी.पी. के ‘गोली से नहीं बोली से’ के नारे का मजाक उड़ाते हुए नैकां अध्यक्ष ने कहा कि सत्तारुढ़ पार्टी ने निर्दोष युवाओं को अपनी तोपों का चारा बनाया। अपने हमले को जारी रखते हुए अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि पी.डी.पी. ऐसे बलों के साथ जुड़ा हुआ है जो देश भर में मुस्लिमों को राष्ट्र विरोधियों के रुप में सता रहे हैं। लोगों पर अब कश्मीर के लिए ताकतवर बल चुनने की एक बड़ी जिम्मेदारी है और उन पर भी जिन्होंने आज तक बलिदान दिया है।

 

Advertising