ओला कैब लूटने का नया अंदाज

Friday, Nov 17, 2017 - 10:59 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो ऐसे वाहन लुटेरों को गिरफ्तार किया है, जो शातिराना अंदाज में लूट की वारदात को अंजाम देते थे। पहले वह किराए पर निजी कार लेते, इसके बाद एकांत जगह पर ले जाकर ओला कैब बुक करते। ओला कार के आते ही गैंग के कुछ सदस्य ओला कैब में बैठ जाते, जबकि कुछ लोग किराए पर ली गई कार में सवार हो जाते थे। जैसे ही वह सुनसान  जगह पर पहुंचते, ओला कैब चालक को गन प्वाइंट पर लेकर कार लूट लेते थे। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सोनू और प्रमोद के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से लूट की दो कारें व एक पिस्टल बरामद की गई है। पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। 

 वेस्ट में काफी सक्रिय हुआ है लुटेरा गैंग 
ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से पुलिस को सूचना मिल रही थी कि साउथ वेस्ट में एक लुटेरा गैंग काफी सक्रिय हुआ है, जो कार को बुक कर लूटपाट की वारदात को अंजाम देता है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जांच की तो पता चला कि सोनू व प्रमोद इन दिनों लूटपाट कर रहे हैं। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि सोनू और प्रमोद ‘जूमर’ कार से स्कॉर्पियो किराये पर ली है और वह लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए पालम रोड पर आने वाले हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को दबोच लिया। आरोपी सोनू मूलरूप से बिहार का रहने वाला है और प्रमोद झारखंड का रहने वाला है। दोनों किराए का मकान लेकर दिल्ली में रहते थे।

सेल्स में कमाई न होने पर बना लुटेरा
पुलिस पूछताछ में आरोपी सोनू ने बताया कि वह वर्ष 2009 में अपने पिता के साथ दिल्ली आया था। यहां पर आने के बाद उसने सेल्म मैन का काम करना शुरू किया। लेकिन इस काम में मुनाफा न होता देख उसने लूटपाट की योजना बनाई। पहले तो उसने ड्राइवरी करने का निर्णय लिया। दिल्ली की भौगोलिक जानकारी होने जाने के बाद आरोपी लूटपाट करने लगा। आरोपी के खिलाफ लूट के कई मुकदमे दर्ज हैं।

इंजीनियर की नौकरी नहीं आई रास 
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी प्रमोद बहुत ही गरीब परिवार से है। उसकी आठ बहने हैं। आरोपी ने एक सरकारी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। प्रमोद ने वर्ष 2009 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद सैमसंग कंपनी में नौकरी करना शुरू किया। इसके बाद इसे छोड़ कर दूसरे कंपनी में चला गया। यहां से भी उसने वर्ष 2016 में नौकरी छोड़ दी। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे इंजीनियर की नौकरी पसंद नहीं आ रही थी।

प्रमोद का चालक था सोनू 
नौकरी के दौरान अधिक कमाई करने के लिए आरोपी प्रमोद ने लोन पर एक कार खरीदी। जिसका चालक सोनू को बनाया। कार की लगातार आ रही किश्त से प्रमोद परेशान हो गया। इसी बीच सोनू ने उसे लूटपाट करने का सुझाव दिया। इसके बाद से दोनों ने एक गैंग बनाया और लूटपाट करने लगे।

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