अनधिकृत आवाजाही रोकने के तमिलनाडु ने आंध्र प्रदेश सीमा पर बनाई अस्थायी दीवारें, फिर तोड़ दिया

Tuesday, Apr 28, 2020 - 12:09 AM (IST)

वेल्लोर (तमिलनाडु): तमिलनाडु में वेल्लोर के समीप आंध्र प्रदेश के साथ लगी सीमा पर दो चौकियों पर बनाई गई अस्थायी दीवारें सोमवार को निरीक्षण करने के बाद एवं जनमत का ख्याल रखते हुए हटा दी गईं। तमिलनाडु में लोगों के अनधिकृत प्रवेश को रोकने में मदद के लिए सिनागुंडा और पोन्नई में आंध्र प्रदेश की सीमा पर कंक्रीट के खोखले ब्लॉकों से दीवारें खड़ी कर दी गई थीं। 

वेल्लोर के जिला कलेक्टर ए एस सुंदरम ने कहा,‘ हमने उसे हटा दिया है।'पहले उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद के तहत, तमिलनाडु में लोगों के अनिधकृत प्रवेश पर रोक लगाने के लिए दीवार खड़ी कर दी गई है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि दीवारें क्यों हटाई गई। सूत्रों ने बताया कि जब जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज दोनों चौकियों का निरीक्षण किया। तब लोगों ने कहा कि इन दीवारों को हटा दिया जाए क्योंकि इससे किसी सार्थक उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी और भ्रम पैदा होगा। 

सूत्रों के मुताबिक, तब यह तय किया गया कि इन दोनों सड़कों को बंद करने के बजाय उन्हें खुला छोड़कर स्थिति संभाली जा सकती है। फिर अस्थायी दीवार हटा दी गई। जिलाधिकारी ने पहले कहा था कि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद के लिए राष्ट्रव्यापी प्रतिबंधों को देखते हुए, अन्य राज्य सरकारें भी लोगों को कहीं आने-जाने की अनुमति नहीं दे रही हैं। उन्होंने बताया था कि कुछ लोगों को वाहन मिल रहे हैं और वे उनका इस्तेमाल कर सिनागुंडा जैसे दुर्गम स्थानों की क्रॉसिंग पार करते हुए तमिलनाडु में घुस रहे हैं।

उन्होने कहा था,‘चूंकि मुख्य सीमा मार्ग से पार करने पर पकड़े जाने की गुजाइंश अधिक है इसलिए कुछ लाोग सुदूर स्थानों पर ऐसे मार्गों का उपयोग करते हैं जिन पर लोगों की नजर अक्सर नहीं पड़ती।' जिलाधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि दीवारें अस्थायी व्यवस्था हैं और इन्हें बनाने में सड़कों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

shukdev

Advertising