हेडली का खुलासा, हिंदू दिखने के लिए आतंकियों को लाल-पीले रंग के धागे दिए थे

Friday, Feb 12, 2016 - 11:04 AM (IST)

मुंबई: आतंकवादी डेविड हेडली ने आज यहां विशेष अदालत को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपने बयान में चौथे दिन यह बताया कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा मुंबई के हवाई अड्डे को निशाना बनाना चाहता था। हेडली ने कहा कि उसने मुंबई में वर्ली, गेट वे ऑफ इंडिया और कफ परेड की रेकी की थी लेकिन आतंकवादियों को मुंबई घुसने के लिए कफ परेड को चुना गया था। 
 
उसने बताया कि मुंबई हवाई अड्डे पर हमला नहीं होने से लश्कर के आतंकी नाराज थे। मेजर इकबाल ने भी रेकी के बाद भी हवाई अड्डे पर हमला नहीं होने पर नाखुशी जतायी थी। 
 
उसने बताया कि मुंबई हवाई अड्डे पर हमला नहीं होने से लश्कर के आतंकी नाराज थे। मेजर इकबाल ने भी रेकी के बाद भी हवाई अड्डे पर हमला नहीं होने पर नाखुशी जतायी थी।  हेडली ने आज अपने बयान में कहा कि मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हमला करने के बाद आतंकवादियों ने दोबारा हमला करने की योजना बनायी थी। 
 
हेडली नेे कहा कि सिद्धि विनायक मंदिर और नौसेना के एअरबेस का वीडियो बना कर भेजा था लेकिन वह वीडियो साजिद मीर और अब्दुर रहमान पाशा को पसंद नहीं आया था।  उसने लश्कर के आकाओं को सूचित किया था कि एअर बेस और मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी है। यहां हमला नहीं किया जा सकता। यहां हमला करने के लिए और 10 आतंकवादी भेजने होंगे। 
 
उसने बताया कि वह सिद्धि विनायक मंदिर गया और वहां की उसने रेकी की थी और वहां से लाल धागा खरीद कर पाकिस्तानी आतंकवादियों को पहनने के लिए दिया ताकि वे ङ्क्षहदू जैसे दिखें और किसी को उन पर शक नहीं हो सके।  उसने बताया कि लश्कर ने उसे मुंबई के भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र का वीडियो बनाने और वहां के अधिकारी से मिलने का आदेश दिया था। त्रिपाठी उप्रेती अमित
 
 
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