डेविड हेडली को पसंद थी महिलाओं के बारे में आेसामा की सोच

Sunday, Jun 26, 2016 - 01:20 PM (IST)

नई दिल्ली: पाकिस्तानी मूल के अमरीकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली को अपने जीवन में कई महिलाओं के साथ रहने की आेसामा बिन लादेन की सोच पसंद थी लेकिन उसे अरब देशों की महिलाओं की तुलना में पाकिस्तानी महिलाओं के साथ जिंदगी निभाना थोड़ा मुश्किल लगा। यह जानकारी एक नई किताब में सामने आई है।  आेसामा के पिता, मोहम्मद बिन लादेन के 22 पत्नियों से कम से कम 54 बच्चे थे। इसलिए जब लादेन कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था, तब उसने और उसके एक दोस्त ने तय किया कि वे भी कई पत्नियां रखकर बड़े परिवार बनाएंगे।

लादेन की छह पत्नियां और उनसे 20 बच्चे थे। खोजी पत्रकार कारे सोरेनसेन अपनी नई किताब ‘द माइंड ऑफ ए टेररिस्ट’ में लिखते हैं, ‘‘लादेन ने बाद में जीवन में कई महिलाएं होने के फायदों पर एक सिद्धांत विकसित कर लिया था। पैगंबर मोहम्मद की आेर से अधिकतम चार पत्नियां रखने की अनुमति है।’’ उन्होंने लादेन के हवाले से कहा, ‘‘एक (पत्नी होना) ठीक है...चलने जैसा। दो होना साइकिल की सवारी जैसा है: यह तेज तो होती है लेकिन थोड़ी असंतुलित भी। तीन होना तिपहिया साइकिल जैसा है...स्थिर लेकिन धीरे। और जब चार पत्नियां हो जाएं तो....यह आदर्श है।’’
 

लेखक के अनुसार, हेडली लादेन के विचारों को लेकर बहुत उत्साहित था। यह उत्साह महिलाओं के प्रति लादेन के विचारों को लेकर भी था। पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया द्वारा प्रकाशित किताब में कहा गया, ‘‘हेडली को खुद भी महिलाओं से बेहद लगाव था। उसके संबंध कई महिलाओं के साथ रहे। एक बार उसने अपने दोस्तों के सामने डींग हांकते हुए कहा था कि उसके रिश्ते इतनी बड़ी संख्या में अश्वेत महिलाओं के साथ रहे हैं, जो सैन्य अकादमी की पूरी कक्षा से भी ज्यादा है। कक्षा में लगभग 100 छात्र थे।’’ इसमें हेडली के निजी ईमेल भी शामिल हैं, जो आतंकी की मनोस्थिति को दर्शाते हैं।

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