सिर मुंडवाया, घास खिलाई, नाली का पानी पिलाया: गो-तस्करी के शक में दलितों से दरिंदगी, राहुल गांधी ने बीजेपी को ठहाराया जिम्मेदार
punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 05:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ओडिशा के गंजाम जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। गो-तस्करी के शक में दो दलित युवकों को बर्बरता से प्रताड़ित किया गया. उन्हें न सिर्फ बुरी तरह पीटा गया और उनका आधा सिर मुंडवा दिया गया, बल्कि उन्हें घुटनों के बल रेंगकर घास खाने और नाली का पानी पीने पर भी मजबूर किया गया। इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वाले खुद को गोरक्षक बताने वाले दरिंदे थे।
घटना और गिरफ्तारी
यह वीभत्स घटना 22 जून को गंजाम के खारिगुमा गांव में हुई, जिसकी जानकारी 23 जून को पुलिस को दी गई। पीड़ितों की पहचान सिंगीपुर गांव के रहने वाले बबुला नायक और बुलु नायक के रूप में हुई है. धारकोट थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने अब तक इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
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ओडिशा के गंजाम जिले में दो दलित व्यक्तियों को बुरी तरह पीटा गया, आधा सिर मुंडवाया गया, करीब दो किलोमीटर घुटनों के बल रेंगने और मवेशियों का चारा खाने व नाली का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया — यह घटना मानवता को शर्मसार कर देने वाली है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) June 24, 2025
दोनों दलित अपनी बेटी की शादी के लिए मेहनत… pic.twitter.com/GmAvKdFUtQ
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पैसे न देने पर की बर्बरता
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक बबुला और बुलु नायक हरिपुर इलाके से दो गाय और एक बछड़ा लेकर अपने गांव जा रहे थे। खारिगुमा गांव में कुछ बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और उनसे 30 हजार रुपये की मांग करने लगे. जब युवकों ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो बदमाशों ने उन्हें एक सैलून ले जाकर उनका आधा सिर मुंडवा दिया। इसके बाद उनकी हैवानियत यहीं नहीं रुकी। उन्होंने दोनों युवकों को जबरदस्ती लगभग एक किलोमीटर तक घुटनों के बल रेंगने पर मजबूर किया, उन्हें घास खिलाई और फिर नाली का गंदा पानी पीने पर भी मजबूर किया।
राहुल गांधी ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद देशभर में इसकी कड़ी निंदा की जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा कर इस कृत्य की कड़ी आलोचना की. राहुल गांधी ने लिखा, "ओडिशा में दो दलित युवकों को घुटनों पर चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने पर मजबूर करना सिर्फ़ अमानवीय नहीं, बल्कि मनुवादी सोच की बर्बरता है। ये घटना उन लोगों के लिए आईना है जो कहते हैं कि जाति अब मुद्दा नहीं रही।"
उन्होंने आगे कहा, "दलितों की गरिमा को रौंदने वाली हर घटना, बाबा साहेब के संविधान पर हमला है – बराबरी, न्याय और मानवता के ख़िलाफ़ साज़िश है।" राहुल गांधी ने इस घटना के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा, "भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं आम होती जा रही हैं क्योंकि उनकी राजनीति ही नफ़रत और ऊंच-नीच पर टिकी है. विशेषकर ओडिशा में एससी, एसटी और महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार चिंताजनक रूप से बढ़े हैं।" उन्होंने दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की और कहा, "देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।"
ओडिशा के गंजाम में गो-तस्करी के शक में दो दलित युवकों बबुला और बुलु नायक को अमानवीय यातना दी गई. उन्हें पीटा गया, आधा सिर मुंडवा दिया गया, घुटनों पर रेंगकर घास खाने और नाली का पानी पीने पर मजबूर किया गया। पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। राहुल गांधी ने इसे 'मनुवादी सोच की बर्बरता' बताते हुए भाजपा पर निशाना साधा और संविधान पर हमला बताया।