गुजरात: मरी गाय उठाने से किया इनकार तो लोगों ने गर्भवती दलित महिला को पीटा

Sunday, Sep 25, 2016 - 01:37 PM (IST)

नई दिल्ली: गुजरात के बनासकांठा जिले में मरी हुई गाय की खाल उतारने से इंकार करने पर एक गर्भवती दलित महिला की कथित तौर पर पिटाई की घटना सामने आई है। लोगों ने गर्भवती दलित महिला के अलावा उसके परिजनों को भी बुरी तरह पीटा गया। निलेश रनवासिया की ओर से दर्ज कराई गई FIR के मुताबिक, दरबार समुदाय के करीब 10 लोगों ने बीती रात उनकी गर्भवती पत्नी संगीता सहित उसके पूरे परिवार की पिटाई कर दी। संगीता और दो अन्य महिलाओं सहित छह लोग पिटाई से घायल हुए हैं। वहीं इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने गुजरात के बनासकांठा जिले में मरी हुई गाय की खाल उतारने से इंकार करने पर एक गर्भवती दलित महिला की कथित तौर पर पिटाई की घटना पर चिंता जताते हुए आज कहा कि राज्य प्रशासन दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे।

आयोग के अध्यक्ष पी.एल. पूनिया ने एक बयान में कहा, ‘‘उना की घटना के बाद एक बार फिर एेसी घटना हुई। मरी गाय की खाल नहीं उतारने पर गभर्वती महिला की निर्मम पिटाई बहुत शर्मनाक है। यह इस बात को दिखाता है कि राज्य प्रशासन दलितों की रक्षा करने में विफल रहा है। इस घटना के दोषियों पर प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’’ पूनिया ने कहा, ‘‘हम जल्द ही राज्य और जिला प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगेंगे।’’

मीडिया में आई खबरों के अनुसार बनांसकांठा जिले में 25 साल की दलित महिला संगीता रणवासिया और उसके पति नीलेश रणवासिया की कुछ लोगों ने पिटाई की क्योंकि उन्होंने मरी हुई गाय की खाल उतारने से इंकार कर दिया था। संगीता पांच महीने के गर्भ से है। हाल ही में गुजरात के उना में मरी हुई गाय की खाल उतारने को लेकर कुछ दलितों की निर्मम पिटाई के मामले पर पूरे देश में प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। इसको लेकर गुजरात के दलित समुदाय ने बड़े पैमाने पर आंदोलन भी किया था। पूनिया ने कहा कि आयोग ने मध्य प्रदेश के खंडवा में एक दलित महिला की शवयात्रा रोके जाने के मामले में भी राज्य और जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।

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