मुंबई सहित देशभर में दही हांडी की धूम,आयोजनों में 45 गोविंदा घायल, 1 की मौत
Tuesday, Aug 15, 2017 - 10:46 PM (IST)
मुंबईः श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर महाराष्ट्र सहित पूरे देश में दही-हांडी उत्सव की धूम रही। महाराष्ट्र में प्रमुखता से मनाए जाने वाले त्योहार के दौरान मुंबई में मानव पिरामिड बनाते हुए कम से कम 45 लोग घायल हो गए। जबकि पालघर के धानसर में मानव पिरामिड बनाते हुए एक आदमी की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, दिल का दौरा पड़ने के कारण वो गिर गया था।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, शाम पांच बजे तक मुंबई में करीब 45 गोविंदा घायल हुए हैं। वहीं, अस्पताल अधिकारियों के बताया कि घायलों में एक की हालत गंभीर है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य लोगों का प्राथमिक उपचार करने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
Maharashtra: Man falls off during human pyramid formation for Dahi Handi celebrations after suffering a seizure, dies, in Palghar's Dhansar.
— ANI (@ANI) August 15, 2017
यह परंपरा काफी पुरानी है। मुम्बई में साल 1907 में पहली बार दही हांडी फोड़ने की परंपरा की शुरुआत हुई थी। इस पर्व को महाराष्ट्र के अलावा गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु तथा अन्य जगहों में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। दही हांडी उत्सव में खासकर युवा पूरे जोश के साथ भाग लेते हैं। युवाओं का एक समूह पिरामिड बनाता है, जिसमें एक युवक ऊपर ऊंचाई पर चढ़कर लटकी हांडी को फोड़ता है, जिसमें दही होता है। हांडी फोड़ने वाले बच्चे को गोविंदा कहा जाता है।
Massive crowd at Dahi Handi celebrations in Maharashtra's Thane on the occasion of #Janamashtami pic.twitter.com/NNS3Sl1Q8p
— ANI (@ANI) August 15, 2017
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों को दही हांडी फोड़ने से रोक लगाई थी, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कम उम्र के बच्चों को दही हांडी फोड़ने की इजाजत मांगी थी।
कोर्ट ने कहा था कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इन बच्चों के साथ कोई दुर्घटना नहीं होगी। कोर्ट ने 20 फीट से अधिक की मानव पिरामिड बनाने पर रोक लगा दी थी और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी इसमें शामिल होने से मना किया था।