Cyclone Yaas: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण

Thursday, May 27, 2021 - 03:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान ‘यास’ 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं और भारी बारिश के साथ झारखंड की सीमा में पहुंच गया है। चक्रवात यास की वजह से रांची में तेज़ बारिश हो रही है,जिसके चलते बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। हालांकि बंगाल के यास के बाद भी तेज हवाएं चल रही हैं और समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। वहीं इसी बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने  तूफान के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया।

LIVE Updates:

  • बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में  तेज़ हवाओं के साथ बारिश हो रही है।
  •  कोलकाता में तेज़ बारिश का सिलसिला जारी है।
  •  रांची में हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। 
  • महाराष्ट्र के मुंबई में तेज़ बारिश हो रही है।

 

लोगों से घर में रहने की अपील
चक्रवात के मद्देनजर लोगों को अगले चौबीस घंटे घरों में ही रहने को कहा गया है और कोल्हान प्रमंडल के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो के अलावा खूंटी एवं पश्चिमी सिंहभूम जिलों में निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम लगातार जारी है। अब तक दस हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है।

चक्रवात के चलते 4 लोगों की मौत 
चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार को देश के पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हुई। इस दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये, खेतों में पानी भर गया। चक्रवात से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गयी। तूफान के चलते ओडिशा, पश्चिम बंगाल ओर झारखंड में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अपराह्र में तटों से टकराने के बाद तूफान कमजोर पड़ गया था।

128 गांवों में भरा पानी 
चक्रवात के कारण ओडिशा में तीन लोगों और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। पश्चिम बंगाल सरकार ने दावा किया है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। ‘ताउते’ के बाद एक सप्ताह के भीतर देश के तटों से टकराने वाला ‘यास’ दूसरा चक्रवाती तूफान है। ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिलों में 128 गांवों में पानी भर गया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन गांवों के लिए सात दिनों तक राहत पहुंचाने की घोषणा की है।

vasudha

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