cyclone yaas: रफ्तार के साथ आ रहा है चक्रवाती तूफान,  नौसेना ने तैनात किए चार युद्ध पोत

Sunday, May 23, 2021 - 09:41 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  चक्रवात यास के आज शाम तक "बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान" में बदलने की आशंका जताई जा रही है, जिसके बाद यह  ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक यास चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ सकता है। इसके अलावा 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है।संभावित खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने चार युद्धपोतों के अलावा कई विमानों को भी तैनात कर दिया है।


आगे लेगा गंभीर रूप 
मौसम विभाग ने कहा कि यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और आगे गंभीर रूप लेगा और 26 मई की सुबह तक पश्चिम बंगाल के पास बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों तक पहुंच जाएगा। 26 मई की शाम के आसपास इसके पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों को पार करने की बहुत संभावना है।  


बंगाल सरकार अलर्ट 
वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात ‘यास’ के मद्देनजर सभी एहतियाती कदम उठाए हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हालात का जायजा लेने के लिए खुद नियंत्रण कक्ष में मौजूद रहेंगी। मुख्यमंत्री बनर्जी ने राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री रवाना कर दी गयी है और अधिकारियों को तटवर्ती तथा नदी क्षेत्रों के आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने को कहा गया है। बता दें कि  अप्रैल-मई और अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में प्राय: चक्रवात आते हैं। पिछले साल मई में दो चक्रवात- अम्फान और निसर्ग भारतीय तटों से टकराये थे।

चक्रवात ताउते ने भी मचाई थी भारी तबाही
पिछले हफ्ते, अत्यंत भीषण चक्रवात ताउते गुजरात तट से टकराया और पूरे पश्चिमी तट पर तबाही के निशान छोड़ गया। इसका प्रभाव उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और यहां तक ​​कि पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी महसूस किया गया। बता दें कि  अप्रैल-मई और अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में प्राय: चक्रवात आते हैं। पिछले साल मई में दो चक्रवात- अम्फान और निसर्ग भारतीय तटों से टकराये थे।

vasudha

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