गुजरात से गुजरेगा ओखी, खराब मौसम के चलते PM मोदी, शाह, राहुल की सभाएं रद्द

Tuesday, Dec 05, 2017 - 09:27 PM (IST)

गांधीनगर/सूरत: दक्षिण भारत में व्यापक तबाही मचाने के बाद गुजरात में भी दस्तक दे दी है। समुद्री तूफान ओखी के मंगलवार देर रात सूरत के समुद्र तट से टकराने से पहले कमजोर होकर गहरे अथवा सामान्य‘निम्न दबाव के क्षेत्र’(डीप डिप्रेशन) में बदलने की पूरी संभावना है। राज्य तंत्र ने एहतियाती तौर पर इसके चलते किसी तरह के नुकसान की आशंका से निपटने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं।

सूरत समेत कई स्थानों पर स्कूलों में दो दिन का अवकाश
हालांकि इसके असर से राज्य के तटीय इलाकों में हो रही वर्षा के चलते सूरत समेत कई स्थानों पर स्कूलों में मंगलवार को और बुधवार को छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। सूरत हवाई अड्डे से आने जाने वाली सभी आठ उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बुधवार को सूरत के लिबायत में प्रस्तावित चुनावी सभा को भी रद्द कर दिया गया है।

सीएम विजय रूपाणी कर रहे हैं आपात बैठक
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी स्वयं सूरत पहुंच गए हैं और वहां स्थिति पर नजदीकी नजर रखते हुए बैठकें कर रहे हैं। सेना, नौसेना, वायुसेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और राज्य आपदा राहत प्रतिक्रिया बल यानी एसडीआरएफ तथा राज्य पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। अहमदाबाद मौसम केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने बताया कि दोपहर तक ओखी सूरत से दक्षिण दक्षिण पश्चिम में 350 किमी की दूरी पर था और 21 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा था।
 
देर रात तक सूरत जिले के गुजरात तट से टकराने की आशंका
इसके देर रात तक तक सूरत जिले के आसपास गुजरात तट से टकराने की आशंका है हालांकि तब तक इसके कमजोर पड़ कर गहरे दबाव या सामान्य दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाने की संभावना है और हवा की रफ्तार घट कर 60 से 65 किमी प्रति घंट रह जाएगी। उधर राज्य के मुख्य सचिव जे एन सिंह ने मंगलवार को गांधीनगर के राज्य आपात संचालन केंद्र में एक बैठक कर स्थिति की समीक्षा की।

एनडीआरएफ की 6 टीमे तैनात
इसके बाद राजस्व विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने बताया कि स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कुल 6 टीमे तैनात की गई हैं जिनमें से 2 सूरत तथा नवसारी, भावनगर, अमरेली और वलसाड में एक एक हैं। समुद्र में गई लगभग सभी 13 हजार नौकाएं वापस तटों पर आ गई हैं। मूंगफली समेत अन्य कृषि उत्पाद को बचाने के लिए उपाय किए गए हैं। सूरत में तटवर्ती 145 गांवों में पुलिस तैनात कर दी गई है।

13 लाख लोगों  को भेजे गए हैं एसएमएस अलर्ट
13 लाख लोगों को एसएसएस अलर्ट भेजे गए हैं। 29 गांवों के लोगों को जरूरत पडऩे पर उन्हीं गांवों में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। भरूच में सात हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बारिश का जोर बुधवार के बाद घट जाने की पूरी संभावना है। एहतियाती उपायो में कोई ढील नहीं दी जा रही है।  सूरत के कलेक्टर महेन्द्र पटेल ने तटीय क्षेत्रों में सरकारी क्षेत्र की ओएनजीसी समेत तेल, गैस और रासायनिक क्षेत्र की 11 कंपनियों समेत अन्य को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

समझा जाता है कि इनमें से पांच में 24 घंटे तक उत्पादन बंद रहेगा। उन्होंने बताया कि इनमें गैस के रिसाव और आग की आशंका को टालने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। ओएनजीसी के समुद्र के भीतर के काम को कुछ समय तक रोका जा सकता है। केरल से भटक कर इधर आई 50 नौकाएं भी वेरावल तट पर हैं। उधर सौराष्ट्र में वेरावल तट के नजदीक सोमवार रात वापस लौट रही एक नौका डूब गई पर इसमें सवार 8 मछुआरों को बचा लिया गया।
केंद्र सरकार की भी स्थिति पर पूरी नजर
उधर केंद्र सरकार भी गुजरात की स्थिति पर पूरी नजर रख रही है। केंद्रीय अधिकारी राज्य के मुख्य सचिव के संपर्क में हैं। ओखी के प्रभाव से पिछले 24 घंटे में राज्य के सूरत, नवसारी, गिर सोमनाथ, भरूच, तापी, भावनगर, वलसाड समेत नौ तटीय जिलों के 33 तालुका में बरसात दर्ज की गई। मंगलवार को भी कई इलाकों में वर्षा का दौर जारी है। मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात और तटीय सौराष्ट्र में मंगलवार को कई स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की है।

अहमदाबाद, पंचमहाल समेत कई गैर तटीय जिलों में वर्षा 
अहमदाबाद, पंचमहाल समेत कई गैर तटीय जिलों में भी बादल वाले मौसम और वर्षा का दौर जारी है। प्रत्येक तटीय जिले और तालुका में विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। ओखी के कारण गुजरात मैरीटाइम बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों गत 22 अक्टूबर को शुरू हुई घोघा-दहेज रो रो फेरी सेवा (खंभात की खाड़ी में स्टीमर सेवा) तथा ओखा और तीर्थ स्थल बेट द्वारका के बीच चलने वाली नौकाओं को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है।

चुनाव प्रचार भी हुआ प्रभावित, राहुल, अमित शाह कई दिग्गजों की रैलियां रद्द
मौसम विभाग ने समुद्र के बहुत उथल पुथल भरा रहने तथा इसमे एक से दो मीटर तक ऊंची लहरे उठने की बात कही है। उधर, ओखी के चलते मौसम में बदलाव के कारण दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव प्रचार भी प्रभावित हुआ है। इसके चलते भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तीन-तीन सभाएं, राजस्थान की मुख्यमंत्री विजयराजे सिंधिया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सूरत की तथा कांग्रेस के राज बब्बर की जूनागढ़ की एक सभा समेत कई सभाएं रद्द की गई हैं।

इसके अलावा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और अभिनेता सह सांसद परेश रावल की सभाएं भी रद्द की गई हैं। खराब मौसम के चलते राहुल गांधी का विमान भी कंडला की जगह भुज हवाई अड्डे पर उतरा। वह मंगलवार को केवल एक ही सभा कर सके। उनके बुधवार के कार्यक्रमों को भी एहतियाती तौर पर रद्द किया गया है। उनके अपना दौरा एक दिन के लिए स्थगित कर वापस नई दिल्ली लौट जाने की योजना है। उधर पीएम मोदी की बुधवार को सूरत की सभा को रद्द कर दिया गया है जबकि धंधुका, नेत्रंग और दाहोद की सभाओं को फिलहाल रद्द नहीं किया गया है।

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