Cyclone Fani 'तितली' से ज्‍यादा बरपा सकता है कहर, तीनों सेनाएं अलर्ट पर

Wednesday, May 01, 2019 - 05:13 AM (IST)

नई दिल्लीः मौसम विभाग ने इस संबंध में जानकारी दी है। मौसम विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्से के लिए चक्रवात का अलर्ट जारी किया है और तटीय इलाके को खाली करने का सुझाव दिया है । मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि चक्रवात फोनी दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर है। यह पुरी (ओडिशा) के 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और विशाखापत्तनम (आंध्रप्रदेश) के 560 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व तथा त्रिणकोमली के 660 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व (श्रीलंका) में है। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इसने प्रचंड तूफान का रूप अख्तियार कर लिया है।

प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘फोनी' के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है। आपात स्थितियों से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने मंगलवार को दूसरी बार बैठक की और चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों की तैयारी की समीक्षा की। एनडीआरएफ आंध्र प्रदेश में 41 टीमों, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में पांच टीमों को तैनात कर रहा है। 

मंत्रिमंडल सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमसी की पहली बैठक के फैसले के आधार पर गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को एहतियातन और राहत कार्यों में मदद के लिए पहले ही 1,086 करोड़ रुपये की वित्तीय राशि जारी कर दी है। राज्यों ने मछुआरों को समुद्र में ना उतरने का परामर्श जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग सभी संबंधित राज्यों की ताजा भविष्यवाणियों के साथ तीन घंटे के बुलेटिन जारी कर रहा है।गृह मंत्रालय निरंतर राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।

बयान में कहा गया है कि राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारी की समीक्षा करते हुए मंत्रिमंडल सचिव ने निर्देश दिए हैं कि जान के किसी भी नुकसान से बचने और भोजन, पेयजल तथा दवाइयों समेत आवश्यक सामान की आपूर्ति के वास्ते तैयार रहने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए। उन्होंने आवश्यक सेवाएं जैसे कि बिजली, दूरसंचार बनाए रखने के लिए पर्याप्त तैयारी करने की भी सलाह दी है। बैठक के दौरान संबंधित राज्य सरकारों ने चक्रवाती तूफान के कारण पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी की पुष्टि की।

भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान ‘फोनी' दोपहर को पुरी से करीब 800 किलोमीटर दक्षिण में था। विभाग के अनुसार, इसके अगले 24 घंटे में अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है और एक मई को शाम तक यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उसके बाद फिर उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर मुड़ेगा तथा तीन मई की दोपहर तक ओडिशा तट पर पहुंचेगा।

बयान में कहा गया है मौजूदा संकेतों के अनुसार ओडिशा के गंजम, गजपति, खोरधा, पुरी और जगतसिंहपुर जिले, पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले प्रभावित हो सकते हैं।

तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों तथा प्रधान सचिवों ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एनसीएमसी बैठक में भाग लिया। गृह, जहाजरानी, मत्स्यपालन, बिजली, दूरसंचार, रक्षा मंत्रालयों, भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। एनसीएमसी स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को फिर से बैठक करेगी। भाषा

 

Yaspal

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