चक्रवात फनी: ISRO की 5 सैटेलाइटों ने बचाईं सैकड़ों जिंदगियां

Sunday, May 05, 2019 - 11:58 AM (IST)

चेन्नई : चक्रवात तूफान फनी भले ही अपने पीछे तबाही के कई निशान छोड़ गया है लेकिन गनीमत यह रही कि लोगों की जान बच गई। यूएन ने भी भारत सरकार की सराहना की है कि समय रहते फनी के अलर्ट को गंभीरता से लिया गया और लोगों की जान बचा ली गई। दरअसल फनी पर इसरो लगातार नजर बनाए हुए था। मौसम वैज्ञानिकों ने एक हफ्ते पहले ही दक्षिणी हिंद महासागर में निम्न दबाव की स्थिति की पहचान की थी। इसरों की पांच सैटेलाइटें फनी पर नजर बनाए हुई थीं और इससे ही जानकारी मिली थी कि फनी चक्रवात विकराल तूफान का रूप ले रहा है। इसी सूचना के आधार पर केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो गई थीं और लोगों को दो दिन पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया था।

हर 15 मिनट पर मिल रहा था डेटा
इसको के पांच सैटेलाइट हर 15 मिनट पर ग्राउंड स्टेशन पर फनी को लेकर अपडेट भेज रहा था। सैटेलाइटों द्वारा भेजे गए डेटा से ही चक्रवात को ट्रैक किया जा रहा था और सटीक पूर्वानुमान मिलने के कारण सैकड़ों जिंदगियों को बचाने में मदद मिली।

फनी के केंद्र के 1,000 किमी के दायरे में थे बादल
इसरो ने फनी की तीव्रता, लोकेशन और उसके आस-पास बादलों के अध्ययन के लिए Insat-3D, Insat-3DR, Scatsat-1, Oceansat-2 और मेघा ट्रॉपिक्स सैटेलाइटों द्वारा भेजे गए डेटा का इस्तेमाल किया गया। फनी के केंद्र के 1,000 किलोमीटर के दायरे में बादल छाए हुए थे, लेकिन बारिश वाले बादल सिर्फ 100 से 200 किलोमीटर के दायरे में थे। बाकी बादल करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर थे। फनी किस जगह कैसा असर करेगा और इसका क्या प्रभाव होगा डेटा इसकी पूरी जानकारी मिल रही थी। Scatsat-1 से भेजे गए डेटा से चक्रवाती तूफान के केंद्र पर नजर रखी गई, Oceansat-2 समुद्री सतह, हवा की गति और दिशा के बारे में डेटा भेज रहा था।

Seema Sharma

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