चक्रवात अम्फान से 12 लोगों की मौत, ममता बनर्जी बोली- मैंने युद्ध जैसे हालात का किया सामना

Thursday, May 21, 2020 - 09:41 AM (IST)

नेशनल डेस्कः विकराल चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण भारी तबाही हुई और कई घरों की छतें उड़ गई तो कई पेड़ उखड़ गए। वहीं इस तूफान से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले तूफान अम्फान के डरावने मंजर की कहानी सामने आई तस्वीरें बयां रही हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने बुधवार को युद्ध जैसे हालात का सामना किया।

ममता ने कहा कि यह मुझे कोरोना से भी भयंकर लगा। साथ ही उन्होंने दावा किया कि कम से कम 10 से 12 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर मेरी पूरी नजर थी। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में हुए नुकसान का आकंलन गुरुवार को होगा जब तूफान चला जाएगा।

बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाके के इलाके तबाह हो गए। नंदीग्राम और रामनगर-उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना के दो जिले पूरी तरह तबाह हो गए। बता दें कि चक्रवात अम्फान बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई। चक्रवात की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए वहीं कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर पहुचने के समय चक्रवात के केंद्र के पास हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी।

चक्रवती तूफान से पहले पश्चिम बंगाल में करीब पांच लाख लोगों को और ओडिशा में करीब 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था। कोलकाता में उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर से खपरैल मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए। बिजली के खंभे टूट गए। भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया। वहीं चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुई।

Seema Sharma

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