मंदसौर शहर और पिपलिया मंडी में दिनभर के लिए कर्फ्यू में ढील

Friday, Jun 09, 2017 - 11:36 AM (IST)

मंदसौर (मप्र): किसानों की हिंसा से प्रभावित मंदसौर नगर और पिपलिया मंडी में स्थिति में सुधार होने पर प्रशासन ने इन इलाकों में आज दिनभर के लिए कर्फ्यू में ढील दे दी है। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि अधिकारियों ने स्थिति में सुधार होने पर सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है। पुलिस ने कहा कि कर्फ्यू में दी गई ढील की अवधि में किसी प्रदर्शन, रैली या धरने की इजाजत नहीं होगी। आंदोलन का केंद्र रहा मंदसौर अपेक्षाकृत शांत है, वहीं किसानों का विरोध मध्य प्रदेश के नए इलाकों में फैल गया है।

गुरुवार को भी हुआ पथराव
कर्ज माफी और फसल का बेहतर मूल्य देने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी रहने के बीच प्रदेश के पश्चिमी हिस्से के शाजापुर और धार जिले से गुरुवार को आगजनी की घटनाओं की सूचना मिली।  पुलिस ने शाजपुर में स्थानीय बाजार के पास पथराव कर रही भीड़ को खदेडऩे के लिये आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इस घटना के बाद शाजापुर शहर में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। आंदोलन राज्य के छिंदवाड़ा और महाकौशल क्षेत्र में भी फैल गया है।

आरएएफ के 1,100 कर्मी तैनात
केंद्र ने हिंसा प्रभावित राज्य में आरएएफ के 1,100 कर्मियों को भेजा है। आरएएफ की दो कंपनियों को मंदसौर के पिपलिया मंडी में तैनात किया गया है जहां पांच किसानों की मौत हो गई थी, जबकि अन्य दो कंपनियों को गरौठ में तैनात किया गया है।  आरएएफ की एक कंपनी में करीब 100 कर्मी होते हैं। सीआरपीएफ की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है। किसान आंदोलन के दौरान यहां हुई हिंसा के बाबत 56 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।

5 किसानों की मौत
प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों की मौत हुई है। इस टिप्पणी की अहमियत है क्योंकि अधिकारियों ने पहले दावा किया था कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली नहीं चलाई थी। हालात सामान्य करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आंदोलनकारी किसानों तक पहुंचने के लिए नई कोशिश की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मतभेदों के समाधान के लिए बातचीत को तैयार है।  इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने फिर से शांति बनाए रखने की अपील की।

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