हुर्रियत रैली को नाकाम करने के लिए श्रीनगर में प्रतिबंध लागू

Sunday, May 21, 2017 - 02:32 AM (IST)

श्रीनगर : हुरियत नेताओं मीरवायज मोहम्मद फारुक और अब्दुल गनी लोन की बरसी से पहले अलगाववादियों की प्रस्तावित रैली को नाकाम करने के लिए प्रशासन ने श्रीनगर के कुछ हिस्सों में कफ्र्यू जैसे प्रतिबंध लागू किए गए। हुर्रियत कांफ्रैंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक का गढ़ माने जाने वाले पुराने शहर के नौहट्टा, सफाकदल और एम.आर. गन्ज इलाकों में लोगों को भारी संख्या में इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई। जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के कारण अराजकता की स्थिति पैदा हो गई। जगह-जगह पर ट्रैफिक जाम का अनुभव किया गया।


स्थानीय निवासियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने शहर के कई हिस्सों में मुक्त आवाजाही की इजाजत नहीं दी जिसके परिणामस्वरुप कई कॉलेज छात्र जो वर्तमान में उनके सेमिस्टर टेस्ट दे रहे हैं, उनके केन्द्रों में देरी से पहुंचे। हिंसा की आशंका में कई स्कूलों को बंद किया गया। अलगाववादी नेताओं मीरवाइज मौलाना मुहम्मद फारुख और अब्दुल गनी लोन. की पुण्यतिथि के मौके पर अलगाववादी ‘हफ्ता-ए-शहादत’ मना रहे हैं।


एक अज्ञात बंदूकधारी ने 21 मई,1990 को मीरवाइज की हत्या कर दी थी। जबकि 21 मई, 2002 को मीरवाइज की याद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान लोन की श्रीनगर के ईदगाह मैदान में हत्या कर दी गई थी। अलगाववादियों ने हुर्रियत समूह के नरमरपंथी धड़े के अध्यक्ष और दिवंगत मीरवाइज के बेटे मीरवाइज उमर फारुख के नेतृत्व में एक रैली आयोजित करने की घोषणा की है।


अधिकारियों ने श्रीनगर के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती तौर पर लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी है। श्रीनगर जिला मजिस्ट्रेट फारूक अहमद लोन के आदेश के बाद पुराने शहर के तीन थाना क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने बताया कि नोहट्टा, एमआर गुंज और सफकदल तीन थाना क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाया गया है। आदेश में कहा गया है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियाती तौर पर यह प्रतिबंध लगाए गए हैं। हालांकि इसके कोई उचित कारण नहीं बताए गए हैं। बहरहाल एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली अलगाववादी हुर्रियत कान्फ्रेंस के ‘हफ्ता-ए-शहादत’ ‘शहीद सप्ताह’  कार्यक्रम के कारण ये प्रतिबंध लगाए गए हैं।

 

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