बंगाल में मतदान बाधित करने की तैयारी,  माकपा ने EC से की कार्रवाई की मांग

Saturday, May 18, 2019 - 06:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: माकपा ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में रविवार को होने वाले मतदान में राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर बाधा पहुंचाने की आशंका व्यक्त की है। पार्टी ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिये तत्काल कारगर कदम उठाने की मांग की है। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान गड़बड़ी की आशंका को पुष्ट करने वाले साक्ष्य मुख्य चुनाव आयुक्त के समक्ष पेश करते हुये पुख्ता कार्रवाई करने की मांग की।


उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में आठ राज्यों की 59 सीटों पर 19 मई को होने वाले मतदान में पश्चिम बंगाल की नौ सीटें भी शामिल हैं। येचुरी ने कहा कि रविवार को होने वाले मतदान को लेकर हमें कई तरह की रिपोर्ट मिली हैं। इनमें डायमंड हर्बर और जाधवपुर सहित अन्य सीटों पर असामाजिक तत्वों के सक्रिय होने की पुष्टि हुयी है। इनके नामों की सूची भी हमने आयोग को पहले दी थी। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुयी। 


येचुरी ने पहले भी इस बारे में आयोग को दस पत्र लिखकर सूचित करने का दावा करते हुये कहा कि चुनाव आयोग ने खुद वादा किया था कि ऐसे असामाजिक तत्वों को चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने तक हिरासत में रखा जायेगा। इसके बावजूद ये लोग खुले घूम रहे हैं और भय का वातावरण पैदा कर रहे हैं। इस कारण निष्पक्ष चुनाव हो पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान के लिये अब महज कुछ घंटे ही बचे हैं और इस बीच शनिवार को टीएमसी के एक कार्यालय में बम विस्फोट हुआ। इससे कल मतदान में बाधा पहुंचाने के लिये टीएमसी के कार्यालयों में विस्फोटक सामग्री जुटाये जाने की आशंका की पुष्टि हुयी है। 

माकपा के महासचिव ने इस घटना का हवाला देते हुये आयोग से पूछा कि सबूत और जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल में केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं होने का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हमने आयोग से मांग की है कि अभी भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिये कुछ घंटे बाकी है, आयोग तत्काल ऐसे कदम उठाये जिससे लोग भयमुक्त होकर मतदान के लिये घरों से निकल सकें।

vasudha

Advertising