समझौता बम विस्फोट मामले के फैसले पर माकपा ने उठाये सवाल

Friday, Mar 29, 2019 - 06:58 PM (IST)

नई दिल्लीः माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट मामले में उग्र हिंदुत्व चरमपंथियों की भूमिका को नकारने वाले अदालत के फैसले पर सवाल उठाते हुये कहा कि यह मामला इस बात का प्रमाण है कि भारत में उग्र हिंदुत्ववादी चरमपंथियों को सजा नहीं मिलती है।

येचुरी ने शुक्रवार को माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के संपादकीय लेख में कहा कि 2006 से 2008 के दौरान कट्टर हिंदूवादी संगठनों द्वारा छह चरमपंथी हमलों को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि हमलों की वारदातों में असीमानंद, प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टीनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित मुख्य षडयंत्रकारी के रूप में आरोपित किये गये।

येचुरी ने कहा, ‘‘असीमानंद सहित तीन अन्य आरोपियों को बरी किया जाना ऐसा शर्मनाक अनुभव है जो याद दिलाता है कि भारत में आपराधिक न्याय प्रणाली उग्र हिंदूवादी चरमपंथियों को सजा देने में असमर्थ है।’’

Yaspal

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