बाढ़ में फंसी महिला की गाय ने इस तरह बचाई जान

Sunday, Jul 03, 2016 - 07:14 PM (IST)

पिथौरागढ़: बरसात का मौसम आते ही उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में आफत के बादल छा जाते हैं। पिछले कुछ सालों प्रकृति का भयानक रूप देखने को मिल रहा है। कई लोगों को प्रकृति के इस क्रोध ने हजारों लोगों की जिंदगी लील ली। इस साल पिथौरागढ़ और चमोली जिले में आफत के बादल बरसे जिससे कई घर इस प्रयल में दफन हो गए। इस बार सरकार सजग थी, समय पर आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पंहुची तथा कई लोगों को नया जीवन दिया। 
 
पिथौरागढ़ के बस्तरी गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी कई परिवार तथा मवेशी धरती में समा गए थे। लेकिन इस बीच एक ऐसी घटना भी सामने आई है जिसे चमत्कार ही कहा जाएगा। बस्तरी गांव में रहने वाली मंजू का गुजारा जिस गाय के दूध से होता था उसी गाय ने मंजू की जान बचाई। 10 घंटे बाद मंजू को सकुशल बाहर निकाला गया। वह गाय की टांगों के बीच फंसी थी, जिस वजह से मंजू देवी तो सुरक्षित रह गई लेकिन गाय की मौत हो गई। गाय की वजह से मंजू को नई जिंदगी मिली। बस्तड़ी गांव में 26 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी।  
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