Covid Vaccination phase 2: अब बुजुर्गो की आएगी बारी, मोदी के मंत्री पैसे देकर लगाएंगे वैक्सीन की डोज

Thursday, Feb 25, 2021 - 09:27 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना के खिलाफ जारी जंग में भारत अब एक और कदम आगे बढ़ने जा रहा है। इस इस लड़ाई में सबसे कारगर हथियार यानि वैक्सीनेशन का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू होने जा रहा है। इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके अलावा 45 साल से ज्यादा उम्र के जो लोग को-मॉर्बिडिटी केस में आएंगे।पहले चरण में 3 करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा है। दूसरे राउंड में केंद्र सरकार के मंत्रियों को भी टीका लगाया जाएगा, लेकिन उन्हे टीके की कीमत का भुगतान करना होगा। 

सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क लगेगा टीका 
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों तथा किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को 1 मार्च से कोरोना वायरस रोधी टीका सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क लगाया जायेगा। वहीं, निजी क्लिनिकों एवं केंद्रों पर उन्हें इसके लिए शुल्क देना पड़ेगा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में उक्त आशय का निर्णय किया गया । बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया कि इस श्रेणी में लोगों को 10 हजार सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क टीका लगाया जायेगा। 


निजी क्लिनिकों को देना होगा शुल्क
मंत्री ने कहा कि 20 हजार निजी क्लिनिकों या केंद्रों पर टीका लगवाने वालों को शुल्क देना होगा । जावड़ेकर ने बताया कि यह शुल्क कितना होगा, इसके बारे में विचार विमर्श करने के बाद स्वास्थ्य विभाग दो-तीन दिनों में घोषणा करेगा ।  सरकारी केंद्रों पर नि:शुल्क टीका लगाने के लिये भारत सरकार जरूरी खुराक खरीदेगी और राज्यों को उपलब्ध करायेगी । यह पूछे जाने पर कि क्या लोगों को कोविशिल्ड या कोवैक्सीन में से टीका चुनने का विकल्प होगा, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने दो टीकों को मंजूरी दी है और दोनों टीके प्रभावी हैं और उनकी क्षमता सिद्ध है ।

16 जनवरी को  शुरू हुआ था पहला अभियान 
जावड़ेकर ने कहा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था और अब तक 1,07,67,000 लोगों को टीके लगाये जा चुके हैं । 14 लाख लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है । उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीके लगाये जा रहे हैं और इसका खर्च सरकार उठा रही है । यह पूछे जाने पर कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाने के चरण में क्या प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों को भी टीका लगाया जायेगा, जावड़ेकर ने कहा कि जो लोग टीका लगवाना चाहते हैं, वे 1 मार्च से शुरू हो रहे अभियान में लगवा सकते हैं । वहीं, जावड़ेकर के साथ मौजूद केंद्रीय मंत्री रविश्ंकर प्रसाद ने कहा कि अधिकांश मंत्री भुगतान करके टीका लगवाने का विचार कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों (देशों) में प्रधानमंत्रियों और मंत्रियों ने शुरूआत में ही टीके लगवाए, लेकिन हमने अपने यहां सबसे पहले स्वास्थ्य क्षेत्र के योद्धाओं को टीका लगाने की शुरूआत की । 


 

vasudha

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