कोविड 19: WHO ने कहा, 2021 में हर्ड इम्यूनिटी की कोई संभावना नहीं

Tuesday, Jan 12, 2021 - 01:43 AM (IST)

नई दिल्लीः कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच विश्व स्वास्थ संगठन ने कहा है कि 2021 में कोविड हर्ड इम्यूनिटी की कोई संभावना नहीं है। हर्ड इम्यूनिटी दरअसल वह स्थिति है, जब किसी बीमारी के प्रति आबादी के बड़े हिस्से में लोगों के अंदर एंटीबॉडी विकसित हो जाए। बीमारी के हिसाब से इस बड़े हिस्से के मायने बदल सकते हैं। अमूमन यह हिस्सा 60 से 80 फीसदी के बीच हो सकता है। हर्ड इम्यूनिटी की स्थिति दो तरीके से प्राप्त होती है: 

  1. आबादी के एक बड़े हिस्से का टीकाकरण कर देने से 
  2. आबादी के बड़े हिस्से में बीमारी फैल जाने से 


कोरोना के मामले में पहला तरीका सुरक्षित है, लेकिन उसके लिए कारगर और सुरक्षित वैक्सीन चाहिए। दूसरा तरीका खतरनाक है, क्योंकि लोगों को महामारी को बीमार होने या मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। हर्ड इम्यूनिटी पर भी असमंजस की स्थिति है और इसको लेकर वैज्ञानिकों ने अपना पैमाना ही बदल दिया है। अमेरिकी इम्युनोलॉजिस्ट डॉक्टर एंथोनी फौची पहले कह रहे थे कि दुनिया की 60 से 70 फीसदी आबादी जब संक्रमण की चपेट में आ जाएगी तो वायरस के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी बन जाएगी। 

महामारी का रूप विकराल होने लगा तो यह आंकड़ा 70 से 75 फीसदी हुआ। दुनिया भर में संक्रमण से मौतों का ग्राफ बेकाबू हुआ तो यह दर 80 से 85 फीसदी पहुंच गई। अब जब दुनिया के कई देशों में वायरस में म्यूटेशन के साथ कई रूप का पता चला है तो कहा जा रहा है कि अब करीब 90 फीसदी आबादी संक्रमण की चपेट में आएगी तभी हर्ड इम्युनिटी संभव है। 

Pardeep

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