रूसी वैक्सीन के ट्रायल के लिए आगे आए 60 हजार लोग, 700 से अधिक को दी गई डोज

Tuesday, Sep 22, 2020 - 03:17 PM (IST)

 

मॉस्कोः दुनियाभर में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा करने वाले देश रूस की राजधानी मॉस्को में 60,000 से अधिक लोगों ने कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रायल के लिए आगे आने का आवेदन दिया है और 700 से अधिक लोगों को इंजेक्शन लगाया गया है। कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-5 को गामलेया साइंटिफिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने विकसित किया गया है। इसे 11 अगस्त को पंजीकृत किया गया था।

 

मेयर सर्गेई सोबयानिन ने रविवार को कहा, 60,000 से अधिक लोगों ने स्वयंसेवक के रूप में ट्रायल के लिए हस्ताक्षर किए हैं, कई हजार लोगों ने परीक्षण के लिए संभावित उम्मीदवारों के रूप में पंजीकृत होने के लिए आवश्यक मेडिकल टेस्ट पास किया है। रूस की तास न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब तक 700 लोगों को ये वैक्सीन लगाई गई है और वो सभी ठीक हैं। वैक्सीन को उस प्लेटफॉर्म पर विकसित किया गया था जिसका उपयोग कई अन्य टीकों के लिए किया गया था। गौरतलब है कि 15 अगस्त को रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीन का उत्पादन शुरू करने की घोषणा की थी।

 

बता दें कि दुनियाभर में अब तक 3 करोड़ 12 लाख लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 9 लाख 64 हजार (3.09%) लोगों ने अपनी जान गंवा दी है तो वहीं 2 करोड़ 28 लाख (73%) से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। पूरी दुनिया में 74 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में अमेरिका पहले पायदान पर है। यहां अबतक 70 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। इसके बाद भारत और ब्राजील का नंबर आता है।11 लाख से अधिक संक्रमितों की संख्या के साथ रूस चौथे नंबर पर है। रूस में कोरोना से करीब 20 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।

Tanuja

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