निगम चुनाव ने लगाई इलैक्ट्रिक बसों पर ब्रेक

Friday, Dec 09, 2016 - 01:19 AM (IST)

चंडीगढ़, (विजय) : जिस प्रोजैक्ट से शहर में बढ़ रहे प्रदूषण पर रोक लगाने का प्रयोग शुरू किया जाना था, वह नगर निगम चुनाव की वजह से रुक गया है। कुछ महीने पहले चंडीगढ़ प्रशासन ने पहली बार इलैक्ट्रिक बसों को खरीदने की तैयारी शुरू की थी, जिस पर खुद चंडीगढ़ प्रशासक का पद संभालने के बाद वी.पी. सिंह बदनौर ने भी मंजूरी दे दी थी। लेकिन निगम चुनाव की घोषणा होने के बाद इलैक्ट्रिक बसों के पहियों पर भी ब्रेक लग गई है।

अब यू.टी. के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट ने फैसला लिया है कि इलैक्ट्रिक बसों पर प्रोपोजल निगम चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ही तैयार किया जाएगा। 22 दिसम्बर को निगम चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। उसके बाद ही फाइल तैयार करके प्रशासक के पास भेजी जाएगी। दरअसल निगम चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही कोड ऑफ कंडक्ट लग गया था, जिसके बाद कोई भी नया प्रोजैक्ट शुरू नहीं किया जा सकता। यही वजह है कि इलैक्ट्रिक बसों का प्रोजैक्ट भी फिलहाल अधर में लटक गया है।

शुरूआत में किराए पर चलाएंगे बसें

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट के अधिकारियों ने बताया कि इलैक्ट्रिक बसों की एक खेप खरीदना प्रशासन के बजट से बाहर है। यही नहीं, इससे पहले चंडीगढ़ में कभी भी इलैक्ट्रिक बसों का कांसैप्ट नहीं आया है, जिस कारण डिपार्टमैंट चाहता है कि शुरुआत में इलैक्ट्रिक बसों को किराए पर चलाया जाए। इसके लिए कंपनियों से भी टाईअप किया जाएगा। कंपनियों की बसों को ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट अपने स्टाफ की मदद से शहर में चलाएगा। जानकारी के अनुसार इलैक्ट्रिक बसों की कीमत डेढ़ करोड़ से 3.50 करोड़ के बीच है जबकि मौजूदा समय में चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सी.टी.यू.) की बसें 50 लाख से कम कीमत की खरीदी जा रही हैं।

वैब बेस्ड पॉलिसी भी 22 के बाद होगी नोटिफाई

जिस पॉलिसी का शहर में भविष्य में काफी असर पडऩे वाला है, वह भी नोटिफाई नहीं हो पा रही है। वैब बेस्ड टैक्सी पर गाइडलाइंस तय करने के लिए चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन ऑन डिमांड ट्रांसपोर्टेशन टैक्नोलॉजी एग्रीगेटर्स रूल्स-2016 तैयार हो चुके हैं लेकिन उसकी नोटीफिकेशन अभी तक जारी नहीं की गई। यह भी निगम चुनाव के बाद ही नोटिफाई की जाएगी।

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