जानें, कोरोना वायरस का नया वेरिएंट कितना खतरनाक? इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाज

Monday, Nov 29, 2021 - 12:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  कोरोना वायरस का नया वैरिएंट B.1.1.529 (ओमिक्रॉन) दुनिया के रई देशों के लिए चिंता का विषय बन गया है।  WHO ने  इसे ''वैरिएंट ऑफ कन्सर्न' के रूप में सूचीबद्ध किया है।  

दुनियाभर के एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना का नया ओमिक्रॉन जैसे खतरनाक वैरिएंट पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज थैरेपी का कोई असर नहीं होता है, यह वैरिएंट डेल्टा से भी कई गुणा  ताकतवर है।  और लक्षणों को लेकर भी बहुत सी नई बातें सामने आई हैं। 

 दक्षिण अफ्रीका समेत अन्य देशों में ओमिक्रॉन इंफेक्शन के प्रारंभिक विश्लेषण के आधार पर इसे डेल्टा वैरिएंट से छह गुना ज्यादा ताकतवर यानी ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन में वायरस का अब तक का सबसे ज्यादा म्यूटेट वर्जन देखा गया है। इस बात को लेकर वैज्ञानिक चिंतित हैं।  डेल्टा प्लस वैरिएंट के बाद ओमिक्रॉन दूसरा ऐसा वैरिएंट है जिस पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। 

 ओमिक्रॉन इंफेक्शन के लक्षण-
दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान करने वाली डॉक्टर एंजेलीके कोएट्जी के अनुसार,  इसके लक्षण सबसे पहले कम उम्र के एक शख्स में देखे थे जो तकरीबन 30 साल का था। 

उन्होंने बताया कि मरीज को बहुत ज्यादा थकान रहती थी, 
उसे हल्के सिरदर्द के साथ पूरे शरीर में दर्द की शिकायत थी।
उसे गला छिलने जैसी दिक्कत भी थी, हालांकि, उसे ना तो खांसी थी और स्वाद और गंध की क्षमता खत्म होने जैसा कोई लक्षण  था। अधिकांश लोगों में इसके लक्षण कैसे होंगे, इसे लेकर उन्होंने कोई स्पष्ट दावा नहीं किया है. 

वहीं, डॉक्टर कोएट्जे ने बताया कि हल्के लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं है. ऐसे मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा सकता है 

 दक्षिण अफ्रीका में पाया गया ओमिक्रॉन वैरिएंट अब तक कई देशों में फैल चुका है। शनिवार को जर्मनी, इटली, बेल्जियम, इजरायल और हॉन्गकॉन्ग में इसके नए मामले दर्ज किए गए, ब्रिटेन में भी ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आने के बाद मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और टेस्टिंग को लेकर सरकार हरकत में आ गई है।

Anu Malhotra

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