मरीजों पर भारी पड़ सकता है बीमा कंपनी और अस्पतालों के बीच का विवाद, यहां फंस रहा है पेंच

Wednesday, Aug 26, 2020 - 10:50 AM (IST)

नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): कोरोना काल मे स्वास्थ्य बीमा कंपनियों और अस्पताल प्रबंधन के बीच ठन गई है। जिसका सीधा असर मरीजों की जेब पर पडऩे की संभावना है। दरअसल, बीमा कंपनियां अस्पताल प्रबंधन पर ओवरचार्जिंग और बीमा क्लेम बड़ा-चढ़ाकर देने का आरोप लगा रही हैं। इसपर बीमा कंपनियों ने चेतावनी दी है कि अगर अस्पताल ऐसे ही बिल बढ़ा-चढ़ाकर देते रहे तो कोविड-19 बीमाधारकों को अपने हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम कई गुना ज्यादा चुकाना पड़ सकता है।

यहां फंस रहा है पेंच
अस्पताल बीमा कंपनियों से हॉस्पिटल बिल का पूरा क्लेम देने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर अस्पतालों ने बीमा कंपनियों द्वारा बिल क्लेम में कटौती को गैरउचित ठहराया है, जबकि बीमा कंपनियों का दावा है कि वह तय की गई दरों के मुताबिक ही बीमा क्लेम दे रही हैं। यहां बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में एक पीआईएल पर सुनवाई चल रही है, जिसमें कोविड-19 के उपचार की कैपिंग का मुद्दा उठाया गया है। अब पूरे मामले में बीमा कंपनियां भी अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट में रखने के लिए तैयार हैं।

अगस्त तक एक लाख से भी ज्यादा क्लेम
अस्पताल और बीमा कंपनियों का ये विवाद बीमाधारकों पर भारी पड़ेगा। दरअसल, कोविड-19 के इलाज में पीपीई किट समेत दूसरे उपकरणों के इस्तेमाल से कुल क्लेम में बढ़ोतरी देखी गई है। अगस्त 2020 तक 1 लाख से भी ज्यादा बीमा क्लेम किए गए, जिसमें औसत दावा 1.6 लाख और सेटलमेंट 95000 रुपए तक किया गया है। 

Ali jaffery

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