Coronavirus से निपटने को तैयार Indian Army, चीन से लौट रहे 300 भारतीय स्टूडेंट्स के लिए बनाया गया शि

Friday, Jan 31, 2020 - 06:25 PM (IST)

बीजिंगः विश्व में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और अब तक चीन मे इससे मरने वालों की संख्या करीब 212 हो गई है।  चीन के बाद कोरोनावायरस अब दुनिया के 21 देशों में पहुंच चुका है। भारत, नेपाल, तिब्बत, कंबोडिया और श्रीलंका में इसके एक-एक मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे देखते हुए अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है।



भारतीय सेना ने तैयार किया शिविर
वहीं भारतीय सेना ने चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर वहां से वापस लाए जा रहे करीब 300 भारतीय छात्रों को रखने के लिए दिल्ली के पास मानेसर में एक शिविर केंद्र बनाया है। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना ने यह केंद्र मानेसर के पास बनाया है जहां छात्रों पर दो सप्ताह तक कुशल चिकित्सकों और सहायक कर्मियों की एक टीम द्वारा किसी संक्रमण को लेकर नजर रखी जाएगी। चीन के हुबेई प्रांत में फंसे भारतीय छात्रों को लाने के लिए एअर इंडिया की एक उड़ान शुक्रवार को वुहान रवाना हुई। उड़ान के शुक्रवार देर रात दो बजे भारत लौटने की संभावना है। एक अधिकारी ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया के तहत इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहले जांच की जाएगी और पृथक देखभाल मानेसर में होगी। उन्होंने कहा, च्च्यदि किसी व्यक्ति के संक्रमित होने का संदेह होगा, उसे बेस अस्पताल, दिल्ली छावनी में भेजा जाएगा।



चीन से लौटने वाले 78 लोगों को तमिलनाडु में‍ घर में अलग रखा गया
 तमिलनाडु सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित चीन से लौटे 78 लोगों को उनके घरों में अलग रखा गया है । उनकी लगातार निगरानी की जा रही है। साथ ही सरकार ने आश्वासन दिया कि राज्य में अभी तक इस संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री सी विजय भास्कर ने कहा कि किसी को भी घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि संक्रमण से बचने के लिए निवारक उपाय कर लिए गए हैं। पड़ोसी राज्य केरल में इस संक्रमण से पीड़ित एक व्यक्ति के मिलने के बाद सरकार मामले पर गंभीरता से ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक चीन से लौटने वाले 78 लोग सरकार की निगरानी में हैं। 




डब्ल्यूएचओ ने लोगों को दी  मास्क पहनने की सलाह
हालांकि इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने लोगों के मास्क पहनने को लेकर सलाह दी थी। डब्ल्यूएचओ सभी देश की सरकारों को सलाह दी थी कि मास्क हर किसी के लिए जरूरी नहीं है। अगर कोई सांस संबंधी समस्या से ग्रस्त है। कफ या अन्य तरह की सांस लेने में दिक्कत होती है। अगर किसी सांस रोगी के आसपास हैं या फिर स्वास्थ्य कर्मचारी। यही लोग मास्क पहन सकते हैं। जिन लोगों को सांस संबंधी परेशानी नहीं है उन्हें मास्क की जरूरत भी नहीं है। आमतौर पर जब भी इस तरह के संक्रमण की घटनाएं सामने आती हैं तो मार्केट में मास्क की बिक्री चरम पर पहुंच जाती है। हर कोई एन 95 से लेकर तमाम तरह के महंगे-सस्ते मास्क खरीदता है। 




ब्रिटेन में कोरोना वायरस के दो मामलों की पुष्टि
 ब्रिटिश सरकार ने शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस के दो मामलों की पुष्टि की और कहा कि दोनों पीड़ित एक ही परिवार के सदस्य हैं जिनकी विशेष चिकित्सकीय देखभाल की जा रही है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) इस वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है जिसका उत्पत्ति स्थल चीन का वुहान शहर है। वहां इस वायरस के चलते 213 लोगों की जान चली गयी है। ब्रिटेन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि इंगलैंड में परीक्षण में दो मरीजों की जांच के नतीजे पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों पीड़ित एक ही परिवार के सदस्य हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ उन्हें विशेष एनएचएस देखभाल मिल रही है और हम इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए जांची परखी संक्रमण नियंत्रण प्रक्रियाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। एनएचएस पूरी तरह तैयार है और वह उन व्यक्तियों की पहचान करने में पहले से तेजी से जुटा है जो इन मरीजों के संपर्क में आये हों ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।'' भारत समेत 18 देशों में इस विषाणु के 98 मामले सामने आ चुके हैं। 



 

Anil dev

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