केजरीवाल सरकार के इन कदमों से कंट्रोल हुआ कोरोना, मरीजों के ठीक होने की दर 76 प्रतिशत पहुंची

Friday, Jul 10, 2020 - 02:02 PM (IST)

नई दिल्ली: देश में कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 26,506 नए मामले सामने आए जिसके साथ यहां कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 7,93,802 मामले हो गए। कोविड-19 के 475 और मरीजों की मौत के साथ देश में संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 21,604 हो गई है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति अब कुछ नियंत्रण में है और यहां संक्रमण के मामलों में वृद्धि की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। राजधानी में अब तक 1,07,051 लोग कोरोना की चपेट में आये हैं तथा इसके कारण मरने वालों की संख्या 3,258 हो गई है। यहां 82,226 मरीज रोगमुक्त हुए हैं। मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 76 प्रतिशत तक पहुंच गई है। केजरीवाल सरकार के इन कदमों से अब कंट्रोल में दिख रहा कोरोना। 



आइसोलेशन को दिया बढ़ावा
 केसों पर कंट्रोल करना सरकार ने होम आइसोलेशन को बढ़ावा दिया, उसके लेकर जो गलतफहमियां फैली थीं उन्हें दूर किया।  जून के पहले हफ्ते में सरकार 5,500 टेस्ट रोजाना कर रही थी। फिर केंद्र सरकार की मदद से बाद जुलाई के पहले हफ्ते तक रोजाना 11,000 टेस्ट रोज होने लगे। टेस्टिंग के बाद पॉजिटिव लोगों को जरूरत के हिसाब से हॉस्पिटल में या घर में आइसोलेट किया जाता था। सरकार के इस कदम से काफी हद तक कोरोना पर कंट्रोल पाया गया। 



हॉस्पिटल में बेडों की संख्या तेजी से बढ़ाई
कोरोना को लेकर जहां एक तरफ सारी दुनिया में डर का माहौल है वहीं केजरीवाल सरकार ने इस खौफ को कम करने के लिए हॉस्पिटल में बेडों की संख्या तेजी से बढ़ाई। हॉस्पिटलों को पूर्ण रूप से कोरोना हॉस्पिटल बनाया गया। होटलों को हॉस्पिटल से लिंक करके बेडों की संख्या बढ़ाई गई। कई बैंकट हॉलों को भी कोविड वॉर्ड बनाया गया। फिलहाल दिल्ली में 15 हजार से ज्यादा कोविड बेड हैं। इसमें से 38 प्रतिशत ही फिलहाल भरे हैं। बाकि जिन लोगों में कोरोना के थोड़े लक्ष्ण हैं उन्हें घर पर रहने की हिदायत दी। 

मौतों को कम करने में दिया जोर
केजरीवाल सरकार ने कोरोना से होने वाली मौतों को कम करने के लिए सुविधाओं को बढ़ाने का काम किया। इसके साथ ही प्लाज्मा थेरपी से भी मरीजों को बचाने की कोशिश हो रही है। सबसे पहला कोविड प्लाज्मा बैंक दिल्ली में बनाया गया है। कोरोना मरीजों को अपनी सेहत की सही जानकारी रहे इसके लिए होम आइसोलेशन वालों को ऑक्सिमीटर दिए गए। ताकि ऑक्सिजन लेवल कम होने पर वे हॉस्पिटल से संपर्क कर सकें। ठीक वक्त पर ऐम्बुलेंस मिले इस पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। दिल्ली में इस वक्त करीब 600 ऐम्बुलेंस काम कर रही हैं। 

Anil dev

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