शर्मनाक : न कोई दे रहा राशन तो न ही भरने दिया जा रहा नल से पानी

Friday, Jul 17, 2020 - 01:07 PM (IST)

साम्बा : कोरोना को लेकर सरकार द्वारा बार-बार संदेश प्रसारित किया जा रहा है कि ‘हमें बीमारी से लडऩा है, बीमार से नहीं’, लेकिन इसके बावजूद कोरोना संक्रमितों और उनके परिजनों को सामाजिक भेदभाव का शिकार होना पड़ रहा है। विजयपुर के वार्ड-1 में पॉजिटिव पाए गए सीआरपीएफ जवान का परिवार कुछ ऐसी ही परेशानियों से गुजर रहा है।  परिवार का एक व्यक्ति (सीआरपीएफ जवान), जो श्रीनगर से लौटा था, गत 8 जुलाई को कोरोना संक्रमित पाया गया था। जवान को अस्पताल ले जाया गया लेकिन पीछे होम कवारंटीन किए गए परिवार के सदस्यों पर जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। प्रशासन ने घर के बाहर कांटेदार तार लगा कर सील कर दिया। बाद में कोई हाल पूछने नहीं गया। आसपड़ोस के लोगों ने भी दूरी बना ली। हालत यह हुई स्थानीय दुकानदारों ने राशन देना बंद कर दिया।

पड़ोसियों ने नल से पानी तक नहीं भरने दिया। परिवार के सदस्य गोविंद राम ने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आ चुकी है, लेकिन इसके बावजूद उनके साथ भेदभाव किया गया। हालांकि यह सभी लोग अभी घर में ही कैद हैं लेकिन इनका कहना है कि इस प्रकार का सामाजिक भेदभाव नहीं होना चाहिए और इंसानियत के नाते ही मदद की जानी चाहिए। लोगों के इस रवैये से दुखी गोविंद राम ने बताया कि  परिवार के कोरोना संक्रमित आने में परिवार को क्या दोष है, वह इस संक्रमण को खरीद कर तो नहीं लाए थे, इसलिए उनके साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घर में खाने के लिए आटा तक खत्म हो चुका था लेकिन ने किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। 


    इस खबर के बाद विजयपुर नगर पालिका के अध्यक्ष दीपक कुमार स्थानीय वार्ड मेंबर मधु बाला के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने संक्रमित पाए गए जवान के परिवार को राशन मुहैया करवाया। उन्होंने पड़ोसियों से भी कहा कि वह पीड़ित परिवार की मदद करें, न कि उनका इस प्रकार से बहिष्कार। नपा अध्यक्ष ने परिवार की गर्भवती बहु को दवाएं मुहैया करवाने के लिए भी स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों को निर्देश दिए। 
 

Monika Jamwal

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