पशुपतिनाथ मंदिर और भारतीय श्रद्धालुओं के बीच आया कोरोना

Wednesday, Aug 12, 2020 - 02:31 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कोरोना संकट के चलते नेपाल का सबसे प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर पिछले कुछ महीनों से बंद है। पशुपतिनाथ मंदिर के बाहर सावन के अंतिम सोमवार (10 अगस्त) के मौके पर प्रार्थना के लिए लोग एकत्र हुए। हालांकि अभी नेपाल सरकार ने मंदिर को खोलने का आदेश नहीं दिया है। यह मंदिर पिछले पांच महीनों से कोविड-19 के कारण बंद है। जिसके चलते लोग गेट पर ही माता टेक कर वापिस लौट गए। वहीं कोरोना भारतीय श्रद्धालुओं और पशुपति मंदिर के बीच भी आया है। कोरोना के कारण फ्लाइटों पर रोक लगी हुई है, भारतीय श्रद्धालु भी नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शनों को नहीं जा पा रहे हैं।

 

पशुपति एरिया डेवलपमेंट ट्रस्ट (PADT) के मुताबिक कोरोना से पहले भारत से प्रतिदिन औसतन दो से तीन हजार लोग भगवान शिव के दर्शनों के लिए आते थे। PADT के मुताबिक भारतीय पर्यटक ग्रुपों में यहां घूमने आते थे, इस दौरान वे पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान शिव की विशेष पूजा में भी शामलि होते थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। PADT ने कहा कि अगर नेपाल सरकार सुरक्षा के लिए कड़े नियमों के साथ मंदिर खोलने की इजाजत देती है तो हमें यकीन है कि नेपाली नागरिकों के साथ-साथ भारतीय श्रद्धालु भी यहां दर्शनों को जरूर आएंगे। PADT के सदस्य सचिव घाना श्याम खतिवाड़ा के मुताबिक भारतीय श्रद्धालुओं द्वारा खुलकर दान करने के कारण पशुपति मंदिर हिमालयी राष्ट्र में सबसे अधिक कमाई वाला मंदिर था। वहीं नेपाल के लोगों को भी भारतीय पर्यटकों का इंतजार है।

 

मंदिर के आसापस दुकानें लगाने वाले लोगों के मुताबिक हर साल करीब 5000 श्रद्धालु पशुपतिनाथ मंदिर आते थे जिसमें सबसे ज्यादा भारतीय होते थे। यूनेस्को विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल की सूची में शामिल पशुपतिनाथ मंदिर में दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां आते हैं। इस साल महामारी के कारण मंदिर को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। बता दें कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल की अपनी पहली यात्रा पर गए थे तब उन्होंने पशुपतिनाथ मंदिर में 30 मिनट से ज्यादा समय तक विशेष पूजा-अर्चना की थी और पशुपतिनाथ मंदिर ट्रस्ट को 2500 किलोग्राम चंदन दान किया था जिसकी कीमत 2 करोड़ रुपए से अधिक थी। इसके बाद साल 2018 में भी पीएम मोदी पशुपतिनाथ के दर्शनों को गए थे।

Seema Sharma

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