कूच बिहार घटना को लेकर बवाल, ममता बोली- इस नरसंहार के खिलाफ मैं उठाऊंगी आवाज
Sunday, Apr 11, 2021 - 01:17 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कूच बिहार में गोलीबारी की घटना को नरसंहार करार देते हुए रविवार को कहा कि निर्वाचन आयोग ने 72 घंटे के लिए जिले में नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि वह तथ्यों को दबाना चाहता है। तृणमूल प्रमुख ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि केंद्रीय बलों ने राज्य विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान सीतलकूची इलाके में लोगों ‘‘के धड़ों पर गोलियां चलाईं''।
मैं 14 अप्रैल तक सीतलकूची जाना चाहती हूं: ममता
बनर्जी ने कहा कि सीतलकूची में नरसंहार हुआ। मैं 14 अप्रैल तक सीतलकूची जाना चाहती हूं। वे मुझे कूचबिहार में मेरे भाइयों और बहनों से मिलने के लिए तीन दिन की रोक लगा सकते हैं लेकिन मैं वहां चौथे दिन जरूरी मौजूद रहूंगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का नाम बदलकर MCC...मोदी कोड ऑफ कंडक्ट कर लेना चाहिए। बीजेपी अपनी पूरी ताकत लगा सकती है लेकिन इस दुनिया में कोई भी ताकत मुझे मेरे लोगों से मिलने और उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।'
तथ्यों को दबाने की हो रही कोशिश: ममता
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग कूच बिहार में प्रवेश को प्रतिबंधित करके तथ्यों को दबाने की कोशिश कर रहा है। हमारे पास एक अयोग्य गृह मंत्री और अयोग्य केंद्र सरकार है।'' पुलिस ने कहा था कि कूचबिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।
केंद्रीय बलों का एक वर्ग कर रहा अत्याचार: ममता
ऐसा कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की ‘‘राइफल छीनने की कोशिश कीं''। बनर्जी ने कहा कि सीआईएसएफ को स्थितियों से निपटना नहीं आता। मैं चुनाव के पहले चरण से कह रही हूं कि केंद्रीय बलों का एक वर्ग लोगों पर अत्याचार कर रहा है। मैंने नंदीग्राम में भी यह मामला उठाया था, लेकिन किसी ने मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया।