कर्नाटक में कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व के साथ लड़ेगी विधानसभा चुनाव

Saturday, Jun 04, 2022 - 12:54 AM (IST)

बेंगलुरूः कर्नाटक में कांग्रेस ने मुसलमानों और ईसाइयों की रक्षा करने, सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा फैलाए गए ''सांस्कृतिक आतंकवाद'' से लड़ने और ''सामूहिक नेतृत्व'' के तहत 2023 के विधानसभा चुनावों में राज्य की सत्ता में वापसी के लिए शुक्रवार को अपना दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता व्यक्त की। 

राज्य में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने दो दिवसीय नव संकल्प शिविर के समापन अवसर पर 'कर्नाटक वचन' को स्वीकार किया जिसके तहत आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में 50 वर्ष से कम आयु के नेताओं के लिए 50 प्रतिशत टिकट आरक्षित करने का निर्णय लिया गया। साथ ही विधानसभा चुनाव को भी इस फैसले की जद में लाने पर विचार किया जाएगा। 

पार्टी के हालिया उदयपुर चिंतन शिविर की तर्ज पर आयोजित अपने मंथन सत्र में कांग्रेस ने सत्ता में आने पर निजी क्षेत्र में आरक्षण शुरू करने का भी वादा किया। इसके अलावा, पार्टी सरकारी क्षेत्र में उन जगहों पर भी आरक्षण लागू करने की कोशिश करेगी, जहां ‘आउटसोर्सिंग' के माध्यम से कर्मी तैनात किए जाते हैं। कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने सत्ता में वापसी के लिए सामूहिक नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।'' 

Pardeep

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