सट्टा बाजार में कांग्रेस मजबूत लेकिन सरकार भाजपा की

Tuesday, May 08, 2018 - 08:18 AM (IST)

नई दिल्ली(संजीव यादव) : कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में कांग्रेस होगी, लेकिन सरकार वहां भाजपा की बनेगी। ये दावा सट्टा बाजार का है और इसी को लेकर करोड़ों रुपए का दाव लगा हुआ है। मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी सटोरियों की फेवरिट बनी हुई है और उस पर 1 के बदले 7 का दाव लगाया गया है, जबकि राज्य में भाजपा की सरकार के बनने का दाव भी खेला गया है। इसमें 1 के बदले 9 का रेट तय हुआ है। बाजार में जे.डी.एस. पार्टी पर सटोरियों ने इस बार कम दाव लगाया है। इस पार्टी पर दाव खेला गया है कि यह पार्टी सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी जिस पर 1 के बदले 6 का रेट तया किया गया है। बता दें कि ये रेट बीते 24 घंटे पहले ही बदले हैं, हालांकि इससे पहले भाजपा सभी की फेवरिट बनी हुई थी। चौंकाने वाली बात ये है कि सट्टा बाजार में भले ही भाजपा बड़ी पार्टी बन कर नहीं उभर रही, लेकिन उसके बाद भी कर्नाटक में उसी की सरकार बनेगी। इस पर 1 के बदले 9 और 11 का रेट तय किया गया है।

ये कहता है सट्टा बाजार
बाजार के मुताबिक कांग्रेस पार्टी को मौजूदा समय में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में रखा गया है, लेकिन कहा गया है कि यह पार्टी सत्ता के अंक का आंकड़ा नहीं छू पाएगी।
इसलिए बाजार में सटोरियों के तय रेट के मुताबिक कांग्रेस के बड़ी पार्टी के रूप में आने पर 1 के बदले 7 का दाव खेला जा रहा है। बाजार में सटोरियों ने कांग्रेस को इस बार सबसे ज्यादा सीटें दी हैं, जबकि फेवरिट के साथ दाव लगा है कि अगर कांग्रेस अपने पुराने आंकड़े को छूती है तो 1 के बदले 11  दिए जाएंगे।

ओपिनियन पोल में भी कांग्रेस को बढ़त
कर्नाटक के चुनावी रण में शह और मात का खेल जारी है। बाजी किसके हाथ लगेगी इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन ताजा ओपिनियन पोल की मानें तो कर्नाटक में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने जा रहा है। लोकनीति, सी.एस.डी.एस. और ए.बी.पी. न्यूज के सर्वे के मुताबिक कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। सर्वे में भाजपा के लिए राहत देने वाली बात यह है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का मास्टर स्ट्रोक बेअसर रहा है और ङ्क्षलगायत वोट भारतीय जनता पार्टी के खाते में जाते दिखाई दे रहे हैं। पोल के मुताबिक कांग्रेस को 97 सीटें, भाजपा को 84, जे.डी.एस. को 37 और अन्य को 4 सीटें मिलने के आसार हैं। सर्वे में शामिल लोगों के मुताबिक मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अच्छा काम किया है जबकि भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है। इस तरह वोट शेयर में भी कांग्रेस अभी भाजपा से आगे चल रही है। बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं और किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की जरूरत होगी।

Seema Sharma

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