भाजपा ने CJI मिश्रा का बचाव कर न्यायपालिका का किया अपमान: कांग्रेस

Sunday, Apr 22, 2018 - 06:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने आज कहा कि प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा को खुद तय करना चाहिए कि महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस पर कार्रवाई पूरी होने तक उन्हें बतौर न्यायाधीश काम करना है या नहीं। मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा कि महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस का विवरण सार्वजनिक करने में राज्यसभा के किसी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा प्रधान न्यायाधीश का बचाव कर न्यायपालिका के सर्वोच्च पद का अपमान कर रही है। 

सच्चाई आनी चाहिए सामने 
कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि मिश्रा देश के प्रधान न्यायाधीश हैं। उनको अपने को खुद जांच के सुपुर्द करना चाहिए। यह उन पर आरोप नहीं है बल्कि देश पर आरोप हैं। हम किसी का अपमान करने के लिए नहीं आए हैं। लेकिन इन गंभीर आरोपों की सच्चाई सामने आनी चाहिए। प्रधान न्यायाधीश का पद बहुत बड़ा होता है। यह विश्वास से जुड़ा होता है। उनको पहले विश्वास अर्जित करना चाहिए। तन्खा ने कहा कि हमें न्यायपालिका और न्यायाधीशों की ईमानदारी पर गर्व है लेकिन पिछले तीन महीने से हम चिंति​त थे। चार न्यायाधीशों ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि लोकतंत्र खतरे में हैं। इसके बाद कुछ न्यायाधीशों के पत्र भी सामने आए। सांसदों ने बहुत सोच-विचार करके यह कदम उठाया। हमने भारी मन से ऐसा किया है।

विपक्षी दलों ने दिया था महाभियोग का नोटिस 
गौरतलब है कि गत शुक्रवार को कांग्रेस और छह अन्य विपक्षी दलों ने देश के प्रधान न्यायाधीश पर ‘कदाचार’ और ‘पद के दुरुपयोग’ का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का नोटिस दिया था। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को महाभियोग का नोटिस देने के बाद इन दलों ने कहा कि ‘संविधान और न्यायपालिका की रक्षा’ के लिए उनको ‘भारी मन से’ यह कदम उठाना पड़ा है। महाभियोग प्रस्ताव पर कुल 71 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं जिनमें सात सदस्य सेवानिवृत्त हो चुके हैं। 
 

Vatika

Advertising