Ragini Nayak Interview: सभी बड़े नेता मैदान में, फ्रंट फुट पर बैटिंग कर रही कांग्रेस- रागिनी नायक
punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 12:39 PM (IST)
Delhi Assembly Election 2025 : दिल्ली वजीरपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार रागिनी नायक (Ragini Nayak) से पंजाब केसरी / नवोदय टाइम्स के लिए मुकेश गुप्ता ने विशेष बातचीत की।
पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...
सवाल- आप जनता से मिल रही हैं, तो आपको कैसा रिस्पॉन्स मिल रहा है?
जवाब- मुझे लगता है कि दिल्ली और खासकर वजीरपुर विधानसभा का सियासी माहौल पूरी तरह बदल चुका है। इस बार नतीजे आम आदमी पार्टी और भाजपा के लिए विपरीत रहने वाले हैं। परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आ रहे हैं। जनता खुद आगे आकर कांग्रेस प्रत्याशियों को समर्थन और आशीर्वाद दे रही है। जिस तरह से लोग हमसे मिल रहे हैं, उससे साफ है कि वे बदलाव चाहते हैं और कांग्रेस को फिर से मौका देने के लिए तैयार हैं।
सवाल- आपने वजीरपुर के विकास कार्यों की स्थिति को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। क्या आप विस्तार से बता सकती हैं कि इलाके में मुख्य समस्याएं क्या हैं?
जवाब- वजीरपुर विधानसभा में बुनियादी सुविधाओं की हालत बेहद खराब है। आम आदमी पार्टी और भाजपा, दोनों ही दलों ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से अनदेखा किया है। यहां की सड़कें टूटी पड़ी हैं, सीवर जाम हैं, गलियों में अंधेरा रहता है और पीने के पानी की भारी किल्लत है। विधायक 10 साल से सत्ता में हैं और जल बोर्ड के सदस्य भी हैं, लेकिन लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। गरीबों को ₹40 प्रतिदिन यानी ₹1,200 प्रति महीने पानी खरीदना पड़ता है। इतना ही नहीं, प्रदूषण की समस्या भी गंभीर है और वजीरपुर पांच सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक है। कुल मिलाकर, जनता ने आप और बीजेपी दोनों को आजमा लिया है, और अब वे कांग्रेस की ओर देख रहे हैं।
सवाल- आप का दावा है कि उन्होंने दिल्ली में शिक्षा, बिजली, पानी और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम किए हैं। इस पर आपकी क्या राय है?
जवाब- ये सिर्फ चुनावी प्रचार है, जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। आम आदमी पार्टी ने शिक्षा के नाम पर सिर्फ कुछ सरकारी स्कूलों की दीवारें रंगवाई हैं, लेकिन उनके नेता खुद अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। अगर सरकारी स्कूल इतने अच्छे होते, तो केजरीवाल के मंत्री अपने बच्चों को वहीं पढ़ाते। जहां तक बिजली और पानी की बात है, तो सच्चाई यह है कि कई इलाकों में लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा। मोहल्ला क्लीनिक की हकीकत भी सबको पता है। केजरीवाल खुद बीमार होने पर दिल्ली के अस्पतालों में नहीं बल्कि केरल और बेंगलुरू जाकर इलाज कराते हैं। उन्होंने जो भी बड़े वादे किए, वे पूरे नहीं हुए।
सवाल- केजरीवाल सरकार का आरोप है कि उपराज्यपाल काम नहीं करने दे रहे, इसलिए कई योजनाएं पूरी नहीं हो सकीं। आपका क्या कहना है?
जवाब- यह पूरी तरह से झूठा बहाना है। जब विधायक और मंत्रियों की तनख्वाह चार गुना बढ़वानी थी, तब तो उपराज्यपाल ने कोई अड़चन नहीं डाली और जब जनता के काम की बात आती है, तो एलजी का बहाना क्यों? अगर सरकार सच में काम करना चाहती, तो वह कर सकती थी। जब शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थीं, तब छह साल तक अटल बिहारी वाजपेयी की केंद्र में सरकार थी, लेकिन उन्होंने कभी ये नहीं कहा कि भाजपा की वजह से मेट्रो नहीं चलेगी या दिल्ली का ग्रीन कवर नहीं बढ़ सकता। शीला दीक्षित ने फ्लाईओवर बनाए, यूनिवर्सिटीज खोलीं और दिल्ली को ‘ग्रीन कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड’ का खिताब दिलवाया। केजरीवाल सरकार के पास बहाने हैं, लेकिन जनता अब सच्चाई जान चुकी है।
क्या आपको लगता है कि इस बार कांग्रेस की स्थिति मजबूत है? पिछले चुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी।
जवाब- हां, इस बार कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ रही है। हमारी पार्टी फ्रंट फुट पर बैटिंग कर रही है। कांग्रेस ने ऐतिहासिक रूप से जल्द प्रत्याशी घोषित किए, और सभी बड़े नेता मैदान में हैं। संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे लोगों को शीला दीक्षित के विकास कार्य याद आ रहे हैं। इसके अलावा, देवेंद्र यादव ने ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ निकाली, जिसमें हम हर विधानसभा में गए और जनता की समस्याओं को सुना। राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में नफरत के खिलाफ मोहब्बत का संदेश दिया, और हमने दिल्ली में वही किया। इस बार जनता केजरीवाल सरकार की सच्चाई जान चुकी है। दस साल से इलाके में कोई विकास नहीं हुआ, और अब बदलाव की बयार चल रही है।
वजीरपुर की बड़ी समस्याओं को हल करने के लिए आपकी क्या योजना है?
जवाब- वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया है, जहां प्रदूषण बहुत ज्यादा है। मैं इसके लिए एक प्रभावी वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम बनाने की योजना लाऊंगी। ताकि लोगों को साफ हवा मिल सके। इसके साथ सुनिश्चित करूंगी कि हर घर को पर्याप्त साफ पेयजल मिले, सीवर लाइनें दुरुस्त हों और सड़कें ठीक हों। यह बुनियादी अधिकार मेरी प्राथमिकता हैं।
आप अपने समर्थकों और जनता को क्या संदेश देना चाहेंगी?
‘मैं शून्य पर सवार हूं, बेखौफ बेमिसाल हूं, मैं मुश्किलों से क्यों डरूं, मैं खुद कहर हजार हूं’...
जवाब- मैं बस यही कहना चाहूंगी कि जनता ही असली शक्ति है। वे जिसे चाहें जिता सकते हैं, जिसे चाहें हरा सकते हैं। यह चुनाव कांग्रेस को दोबारा मौका देने का है, ताकि दिल्ली को फिर से विकास की राह पर लाया जा सके। जैसा कि मैं हमेशा कहती हूं, ‘मैं शून्य पर सवार हूं, बेखौफ बेमिसाल हूं। मैं मुश्किलों से क्यों डरूं, मैं खुद कहर हजार हूं। हार-जीत से परे, मशाल हाथ में लिए, मैं रात से लड़ रही हूं।” इस बार जनता के वोट की ताकत ही
बदलाव लाएगी।