शैलजा मुद्दा: गोयल के खेद जताने के बाद भी राज्यसभा में हंगामा

Thursday, Dec 03, 2015 - 02:04 PM (IST)

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा से गुजरात में द्वारका के एक मंदिर में जाति पूछने से जुड़े मुद्दे पर राज्यसभा में गतिरोध कायम रहा हालांकि बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कल की अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया। हंगामे के कारण बैठक चार बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच गोयल ने कहा कि आसन ने आश्वासन दिया है कि वह रिकार्ड की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह अपनी सहयोगी कुमारी शैलजा के संदर्भ में अपनी टिप्पणी पर खेद व्यक्त करते हैं।  

हालांकि गोयल की इस टिप्पणी के बाद भी सदन में गतिरोध दूर नहीं हुआ और कांग्रेस के सदस्य हंगामा करते रहे और आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। उधर सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना था कि जब सभापति के कक्ष में विभिन्न दलों के नेताओं के बीच बनी सहमति के आधार पर गोयल ने खेद व्यक्त कर दिया है तो यह मुद्दा समाप्त हो जाना चाहिए। इससे पहले शून्यकाल में कांग्रेस के सदस्यों ने इस मुद्दे पर संबंधित मंत्रियों से माफी मांगे जाने की मांग पर आसन के समक्ष नारेबाजी करते रहे। 

शून्यकाल में लोक महत्व के कुछ मुद्दे उठाए गए लेकिन बाद में संसदीय कार्य मंत्री एम वेेंकैया नायडू ने सुझाव दिया कि समाधान पर पहुंचने के लिए सदन को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया जाना चाहिए। इस पर तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि इस मुद्दे का कामचलाउ हल निकाल लिया गया था और इस बात पर सहमति बनी थी कि सदन के नेता कुछ शब्द कहेंगे और उसके बाद खेद जताया जाएगा। 

इस पर उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि विभिन्न दलों के नेताओं के बीच सार्थक बातचीत हुई किंतु एक छोटी सी समस्या है जिसका हल सभापति के कक्ष में निकाला जाएगा। कुरियन ने कांग्रेस के सदस्यों से कहा कि उन्हें आसन के समक्ष नारेबाजी करने के बजाए यह पूछना चाहिए था कि क्या निर्णय हुआ और आसन की ओर से उन्हे जानकारी दी जाती।  

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