बिना किसी सुनवाई के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार कर रखा गया है: मनीष तिवारी

Tuesday, Oct 15, 2019 - 03:52 PM (IST)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को मैन मेड ट्रेजेडी (व्यक्ति द्वारा पैदा की गई त्रासदी) करार देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि भारत को बहुसंख्यकवादी राष्ट्र में बदलने के प्रोजेक्ट ने देश की अर्थव्यस्था को पूरी तरह से संकट में डाल दिया है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यह भी कहा कि पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक जैसे मामलों के चलते आम लोगों को यह लगने लगा है कि उनके पैसे बैंकों में सुरक्षित नहीं हैं। 


तिवारी ने कहा, एक फर्जी मामले में बिना किसी सुनवाई के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार कर रखा गया है। उन्होंने 1997 में ड्रीम बजट दिया था। 2004 के बाद आर्थिक विकास की दर जब 8 फीसदी की दर से बढ़ी तब चिदंबरम ही वित्त मंत्री थे। उन्होंने कहा, हमारी चिंता यह है कि शायद हम इस संकट से नहीं निकल पाएंगे क्योंकि सरकार को संकट के बारे में कुछ अता-पता नहीं है। तिवारी ने कहा, हमारा यह कहना है कि सांप्रदायिक तनाव और आर्थिक विकास एक साथ नहीं चल सकते। भारत को बहुसंख्यकवादी राष्ट्र के रूप में बदलने के प्रोजेक्ट ने अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से संकट में डाल दिया है। उन्होंने कहा, अभिजीत बनर्जी ने 100 अर्थशास्त्रियों के साथ प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि सरकार आंकड़ों में छेड़छाड़ करती है। 
 

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, पिछले कुछ सालों से अर्थव्यवस्था के मूलभूत आधार कठिनाई में हैं, वह चाहे बचत हो, चाहे खर्च हो या निवेश हो। अर्थव्यवस्था के पहिये घूमने बंद हो गए हैं। तिवारी ने पीएमसी बैंक के एक खाताधारक की दिल का दौरा पडऩे से मौत होने के मामले का हवाला देते हुए कहा, लोग बैंकों में पैसे नहीं रख रहे हैं क्योंकि लोगों को लगता है कि बैंक में पैसा सुरक्षित नहीं रहेगा। जब बैंक पूरी तरह से घोटाले करने लगें तो लोगों का विश्वास टूट जाता है। उन्होंने अर्थशास्त्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर के एक लेख का भी उल्लेख किया और दावा किया कि अर्थव्यवस्था की स्थिति च्च्मैन मेड ट्रैजेडी है और यह संकट भाजपा-राजग सरकार ने पैदा किया है।
 

Anil dev

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