कांग्रेस नेता बोले- क्या ऐसे व्यक्ति को शहर अध्यक्ष बनाना ठीक है, जिनका एक बेटा सपा में और दूसरा भाजपा में हो?
punjabkesari.in Wednesday, Apr 09, 2025 - 05:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता आलोक मिश्रा ने एक बयान दिया, जिसने पार्टी के अंदर उठते सवालों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने एक ऐसे व्यक्ति को शहर अध्यक्ष नियुक्त किया है, जिनके दो बेटे अलग-अलग पार्टियों में हैं- एक समाजवादी पार्टी में है और दूसरा भारतीय जनता पार्टी में। मिश्रा के इस बयान के बाद खड़गे और सोनिया गांधी ताली बजा रहे थे, लेकिन यह साफ नहीं हो पाया कि उनका निशाना किसकी ओर था।
कांग्रेसियों को आपस में लड़ने से बचाएं: आलोक मिश्रा
बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन चल रहा है। इस अधिवेशन के दूसरे दिन, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झंडावंदन के बाद कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके बाद पार्टी के अन्य नेताओं ने भी अपनी बातें रखी। इसी दौरान कांग्रेस नेता आलोक मिश्रा ने मंच से संबोधन करते हुए कहा, "1982 से कांग्रेस से जुड़ा एक कार्यकर्ता आज यहां खड़ा है और मैं आपसे आह्वान करता हूं कि हम भाजपा से बाद में लड़ेंगे, लेकिन कांग्रेसियों को आपस में लड़ने से बचाएं। एक बात तय कर लीजिए, जो भी निर्णय ऊपर से आएगा, हम उसे सहर्ष स्वीकार करेंगे।"
'हम आपस में नहीं लड़ेंगे, जब तक...'
उन्होंने आगे कहा, "हम आपस में नहीं लड़ेंगे, जब तक कांग्रेस को सत्ता में वापस नहीं लाते। लेकिन मैं आपसे एक सवाल पूछता हूं कि क्या ऐसे व्यक्ति को शहर अध्यक्ष बनाना ठीक है, जिनके एक बेटा सपा में और दूसरा भाजपा में हो?" मिश्रा ने अपने बयान में कहा कि अगर ऐसा ही है, तो वे इसे स्वीकार करेंगे, लेकिन उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि शहर अध्यक्ष को सिर्फ संगठन का काम करना चाहिए और चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह व्यवस्था नहीं की गई तो हर शहर अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष चुनाव में कैंडिडेट बन जाएगा। बता दें कि आलोक मिश्रा 1982 से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और कानपुर के निवासी हैं। वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भी मैदान में थे।