भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस नेता फिर से घर लौटने की तैयारी में

Monday, Apr 30, 2018 - 09:19 AM (IST)

नई दिल्ली (निशांत राघव) : चोला बदलकर कई माह से भाजपा के भगवा रंग में रमने की कोशिशों में जुटे पूर्व कांग्रेसी नेताओं को अब यह पाला अखरने लगा है। कई पूर्व कांग्रेसी नेता एक बार फिर से घर वापसी की तैयारी में हैं। विशेषतौर पर हाल ही में वरिष्ठ नेता अरविंदर सिंह लवली और ए.मलिक के भाजपा के पाले से वापस कांग्रेस में जाने से यह चर्चाएं पार्टी में तेजी से हो रही हैं। यूं तो भाजपा के कद्दावर से लेकर युवा नेताओं तक में कांग्रेस से आए नेताओं को लेकर कभी भी विश्वसनीय नहीं आंका गया। यही वजह भी रही कि लवली जैसे वरिष्ठ नेता को भी यदि गांधी नगर क्षेत्र में एमसीडी चुनाव के दौरान इस्तेमाल करने की बात छोड़ दी जाए तो उन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी कभी नहीं दी गई। यही स्थिति उनके साथ भाजपा के पाले में गए कांग्रेसी नेता मलिक की भी रही।

इसके अलावा कांग्रेस के लगभग दर्जन भर से अधिक वरिष्ठ नेता एवं महिला नेत्री तक ऐसे हैं, जिन्होंने उम्मीद के साथ पाला बदला था, लेकिन यह टीस उन्हें लगातार सता रही है। इसमें पूर्व विधायक से लेकर मंत्री तक के पद पर रहे कांग्रेस के पुराने नेता शामिल हैं। चूंकि ऐसे किसी भी नेता को भाजपा के आला कमान की हरी झंडी पर पार्टी में शामिल कराने के अलावा कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं सौंपा गया, इसलिए भी इन पुराने कांग्रेसी नेताओं को एक बार फिर से अपनी पुरानी पार्टी की याद सता रही है।  भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने भी स्वीकार किया कि कांग्रेस और भाजपा के बीच आइडियोलॉजी से लेकर सिद्धांत तक में काफी असमानता है। इसके अलावा पार्टी के आला कमान के निर्देश पर भले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भाजपा में शामिल कर लिया गया, लेकिन कभी भी न तो वह खुद ही पार्टी और उसकी नीतियों से सही तरह से जुड़ सके हैं और भाजपा के भी कई पुराने व युवा नेता उन पर अब तक भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।

यही कारण है कि कई नेता फिर से कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उधर कांग्रेस के एक पुराने एवं पूर्व विधायक रहे नेता ने भी माना कि भाजपा में जिस तरह से उन्हें जिम्मेवारी मिलनी चाहिए थी, वह अब तक नहीं दी गई है। सूत्रों की मानें तो रविवार को हुई कांग्रेस की जनाक्रोश रैली से पूर्व ही पुराने कांग्रेसी नेताओं(भाजपा में शामिल हुए) ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से संपर्क किया है, हो सकता है अगले कुछ दिनों में कई अन्य नेता फिर से घर वापसी करें। गौरतलब है कि एमसीडी में भी सदस्य कम होने के बावजूद कांग्रेस के नेता को पद मिल गया। इसी प्रकार उपचुनावों में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।

Punjab Kesari

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